पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के सुप्रीमो नवाज शरीफ और उनकी बेटी मरियम नवाज जल्द ही लंदन से लौट सकते हैं. शनिवार को मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण पंजाब प्रांत में नवाज शरीफ की पार्टी को कुछ दिन पहले ही बड़ा झटका लगा है, जिसके बाद वो अपनी बेटी के साथ वापस पाकिस्तान लौटने और इमरान खान के खिलाफ मोर्चा संभालने की तैयारी में लग गए हैं.
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार ने बताया कि पीएमएल-एन के नेतृत्व वाली संघीय सरकार की सारी रणनीतियां पंजाब प्रांत में फेल हो गई हैं. वहां पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पैंतरेबाजी ने शरीफ की पार्टी को बड़ा झटका दिया है. इमरान खान के सहयोगी और पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री परवेज इलाही ने पंजाब विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया है. जबकि शरीफ सरकार के सारे प्रयास विफल हो गए हैं. इलाही ने गुरुवार को प्रांतीय विधानसभा भंग करने के आदेश पर दस्तखत कर दिए हैं.
पहले फरवरी के मध्य में लौटने का प्लान था
बताते चलें कि पाकिस्तान के सबसे ज्यादा आबादी वाले प्रांत पंजाब में कई हफ्तों से राजनीतिक उठापटक देखने को मिल रही थी. जिसके बाद परवेज इलाही ने गुरुवार को विश्वास मत जीतकर प्रांतीय विधानसभा में अपना बहुमत साबित कर दिया. द न्यूज के अनुसार, नवाज शरीफ और मरियम पहले फरवरी के मध्य में पाकिस्तान लौटने की योजना बना रहे थे, लेकिन हाल के घटनाक्रम के बाद दोनों ने जल्द से जल्द स्वदेश लौटने के संकेत दिए हैं. शरीफ परिवार के एक सूत्र ने जियो टीवी को बताया कि पिता-पुत्री की जोड़ी 10 दिनों के भीतर लंदन से लौट आएगी.
पंजाब में दशकों बाद कमजोर हुई शरीफ की पार्टी
इमरान खान की कुशल रणनीति ने पंजाब प्रांत में पीएमएल-एन की स्थिति को कमजोर कर दिया है. जबकि ये प्रांत दशकों से शरीफ की पार्टी का गढ़ रहा है. 73 वर्षीय शरीफ 2019 से ब्रिटेन में रह रहे हैं. उस समय इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ सरकार ने भ्रष्टाचार के आरोपों पर पाकिस्तानी अदालत द्वारा अपराधी घोषित किए जाने के बाद शरीफ का राजनयिक पासपोर्ट रद्द कर दिया था.
हालांकि, पिछले साल पाकिस्तान में सत्ता का उलटफेर होने के बाद नवाज के छोटे भाई शहबाज शरीफ प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने पिछले साल नवंबर में तीन बार के पूर्व प्रधानमंत्री शरीफ को एक राजनयिक पासपोर्ट जारी कर दिया था.
वहीं, तीन साल बाद नो-फ्लाई लिस्ट से नाम हटाए जाने के बाद पिछले साल अक्टूबर में मरियम अपने पिता के साथ रहने के लिए पाकिस्तान से लंदन चली गईं थीं. पूर्व प्रधानमंत्री खान पिछले साल अप्रैल में सत्ता से बेदखल होने के बाद से नए सिरे से चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं. वर्तमान नेशनल असेंबली का कार्यकाल अगस्त 2023 में समाप्त होगा.