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Shinzo Abe Death: तय नहीं था शिंजो आबे का संबोधन, कुछ ही लोगों को थी मीटिंग की जानकारी

जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की हत्या से पूरी दुनिया सन्न है. एक पूर्व प्रधानमंत्री को सरे आम गोली मारने की घटना सुरक्षा में गंभीर चूक का मामला है. लेकिन जापान में पूर्व प्रधानमंत्री सुरक्षा के ताम-झाम से दूर बेहद ही सहज वातावरण में जीते हैं.

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नारा में भाषण देते पूर्व पीएम शिंजो आबे
नारा में भाषण देते पूर्व पीएम शिंजो आबे
स्टोरी हाइलाइट्स
  • नारा में पहले से तय नहीं थी शिंजो की सभा
  • सुरक्षा के ताम-झाम से दूर रहते हैं पूर्व पीएम

जापान के नारा में जहां शिंजो आबे को गोली मारी गई, उस जगह पर शिंजो की सभा पहले से तय नहीं थी. यही वजह है कि उस जगह पर भीड़ काफी कम थी. नारा से इस घटना के बारे में इंडिया टुडे संवाददाता ने पूरी जानकारी दी. संवाददाता ने कहा कि उन्होंने स्थानीय लोगों से बात की. इन लोगों ने कहा कि जब ऐसी रैलियां या सभाएं होती हैं तो इससे पहले इसकी काफी पब्लिसिटी की जाती है. लेकिन नारा में आबे की सभा के बारे में लोगों को कोई जानकारी नहीं दी गई थी. 

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इंडिया टुडे संवाददाता ने कहा कि ये अचानक था और वहां पर शिंजो आबे की सभा भी इसी तरह शुरू हो गई. इन लोगों ने कहा कि उन्हें इस बारे में जानकारी भी नहीं थी. इंडिया टुडे संवाददाता के मुताबिक नारा में शिंजो आबे की सभा पहले से निर्धारित नहीं थी. यही वजह रही कि यहां पर लोगों की संख्या काफी कम थी. इसे तस्वीरों में भी देखा जा सकता है. 

जिन लोगों को इस घटना की जानकारी थी उनमें से पार्टी के चुनिंदा लोग और उन्हीं की पार्टी LDF के स्थानीय लोग शामिल थे. इंडिया टुडे संवाददाता के अनुसार शिंजो आबे आज सुबह यहां आए और बिना तैयारी के भाषण देने लगे. नारा में संबोधन उनके शेड्यूल में नहीं था. 

 

सुरक्षा के ताम-झाम से दूर रहते हैं पूर्व पीएम

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वहीं जापान की राजधानी टोक्यो पत्रकार टिम होंकई ने इंडिया टुडे को कहा कि जापान में पूर्व पीएम की सुरक्षा ढीली-ढाली रहती है. उन्होंने कहा कि जापान में बंदूक से जुड़े कानून बड़े सख्त हैं. उन्होंने कहा कि जापान में पूर्व प्रधानमंत्री की सुरक्षा वर्तमान पीएम की अपेक्षा काफी कम होती है. उन्होंने कई पूर्व पीएम को काफी कम सुरक्षा के साथ देखा है. टिम होंकई ने कहा कि पूर्व पीएम सुगा और कोइजुमी कई बार मामूली सुरक्षा के साथ जनता के बीच चले जाते थे. वहां उनसे कोई भी मिल सकता है. पत्रकार टिम होंकई ने कहा कि सुरक्षा का ये स्तर इस बात का प्रतीक है जापान को अपने सिस्टम और लोगों पर भरोसा है वे लोग इस स्वछंद वातावरण पर गर्व करते हैं. लेकिन आज कई जापानी खुद से ये सवाल कर रहे हैं कि वे किस तरह की समाज में पहुंच चुके हैं. 

सुरक्षाबलों की पकड़ में हमलावर

कैसा है नारा शहर

जापान का नारा शहर एक शांत सिटी के तौर पर माना जाता है. ये एक ऐतिहासिक शहर है. यहां पर बड़ी संख्या बौद्ध मठ और मंदिर हैं. इसकी वजह ये रही कि इस शहर में बौद्ध धर्म का बड़ा प्रभाव रहा. यहां बौद्ध धर्म भरपूर फला-फूला. इस शहर में जापान के कई ऐतिहासिक धरोहर मौजूद हैं.  अगर पहली नजर में देखा जाए तो किसी को यकीन नहीं होगा कि इस शहर में में हिंसक घटना हो सकती है. 

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