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जापान की जब भी चर्चा होती है, तब वहां के मेहनतकश लोगों का जिक्र जरूर आता है. लोग सोचकर हैरान रह जाते हैं कि इतना छोटा सा देश तरक्की के मामले में अमेरिका, ब्रिटेन, चीन जैसे सुपरपावर को चुनौती कैसे देता है. इस विकास के पीछे शायद वहां के शांतिप्रिय लोग ही हैं. लेकिन शुक्रवार सुबह इस शांति को ग्रहण लग गया. सुबह जापान दो गोलियों की आवाज से दहल उठा. गोली चली तो नारा शहर में थी, लेकिन इसकी गूंज पूरी दुनिया में सुनाई दी.
शुक्रवार सुबह जापान के पूर्व और लोकप्रिय पीएम शिंजो आबे को गोली मार दी गई. बाद में इलाज के दौरान उनका निधन हो गया. ऐसा देश यहां आम लोगों के लिए बंदूक ले पाना आसान नहीं है, वहां ऐसा हमला होना अपने आप में बड़ी बात थी.
जापान में भी एक्टिव है माफिया
जापान में वैसे तो सिर्फ पुलिस और मिलिट्री के लोग ही बंदूक का लाइसेंस पा सकते हैं. मतलब वहां यूएस जैसा गन कल्चर नहीं है. लेकिन इसका ये भी मतलब नहीं है कि वहां क्राइम नहीं होता. वहां भी माफिया एक्टिव है, जो कि अलग ही तरह से काम करता है. जिसका इतिहास भी काफी पुराना है.
जापान के माफिया की शुरुआत Tekiya और Bakuto से होती है. Tekiya वे जो व्यापारी थे और सड़क किनारे स्टॉल लगाकर सामान बेचते थे. वहीं Tekiya जुआ खेलते और खिलाते थे. बाद में इन्हीं से माफिया बना. वहां माफिया को Yakuza कहा जाता है. यह जापान के संगठित क्राइम सिंडिकेट है.
जापान सरकार ने खुद 2007 में बताया था कि वहां और दूसरे देशों में कुल 102,000 Yakuza मेंबर एक्टिव थे. ये सभी 2500 अलग-अलग परिवार से संबंध रखते थे.
Yakuza गैंग के ज्यादातर सदस्य burakumin के वंशज बताये जाते हैं. ये जापान का पिछड़ा वर्ग था, जिसपर 1861 से पहले तक काफी अत्याचार हुआ था. दूसरे लोग वे हैं जो कोरिया से वहां पहुंचे. उनके साथ भी जापान में भेदभाव के मामले सामने आए थे.
ज्यादातर Yakuza पूरी बॉडी पर टैटू करवाते हैं वह भी पारंपरिक बांस या स्टील की सुई से. यह आजकल की मॉर्डन टैटू गन से अलग और दर्द देने वाला तरीका होता है.
जापान में माफियाओं के तीन बड़े गैंग एक्टिव
जापान में जो मौजूदा सबसे बड़ा Yakuza सिंडिकेट है उसका नाम Yamaguchi-gumi है. इसकी शुरुआत Harukichi Yamaguchi ने की थी. जापान में कुल माफिया का आधा इस गैंग से जुड़ा है. इसके अलावा कुछ और बड़े गैंग हैं. इसमें Sumiyoshi-kai (20 हजार सदस्य) और Inagawa-kai (15 हजार मेंबर) भी शामिल हैं. ये तीनों बड़े गैंग जापान के अलग-अलग हिस्सों में एक्टिव हैं.
ये गैंग अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स तस्करी, मानव तस्करी और हथियारों की तस्करी में शामिल हैं. इसके साथ-साथ जापान के सफेद धंधों में भी इनका पैसा लगा है. माफियों के जापानी व्यापारियों से भी रिश्ते हैं. इससे उनकी पहुंच बैंकिंग सेक्टर और रियल स्टेट बाजार तक है.