वर्ल्ड बैंक के अध्यक्ष जिम योंग किम ने अपने पद से इस्तीफे का ऐलान कर दिया है. अचानक लिए गए इस फैसले से हर कोई हैरान है, अब पूरी दुनिया की नजर इस पर है कि वर्ल्ड बैंक की कमान किसे मिलती है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस पद पर उनके उत्तराधिकारी का चुनाव जल्द ही कर सकते हैं.
ट्रंप की भूमिका से विश्व बैंक के प्रमुख पद पर नियुक्ति के लिए अमेरिका के एकाधिकार को लेकर चुनौतियां एक बार फिर मजबूत होने की संभावना है. किम ने सोमवार को अपने फैसले का ऐलान करते हुए ट्वीट कर कहा, "इस बेहतरीन संस्थान के समर्पित स्टाफ का नेतृत्व करने का अवसर मिलना सौभाग्य की बात रही."
I will be stepping down as @worldbank Group president on February 1. It’s been the greatest privilege I could have ever imagined to lead the dedicated staff of this great institution to bring us closer to a world that is finally free of poverty. https://t.co/jWGoihu7tu
— Jim Yong Kim (@JimYongKim) January 7, 2019
आपको बता दें कि किम एक फरवरी को यह पद छोड़ रहे हैं. किम (59) निजी कंपनी से जुड़ेंगे और विकासशील देशों के बुयिनादी ढांचागत निवेश पर ध्यान केंद्रित करेंगे.
बैंक की सीईओ क्रिस्टालिना जियोरजिवा तब तक इस पद पर अंतरिम अध्यक्ष के रूप में बनी रहेंगी, जब तक इस पद के लिए नई नियुक्ति नहीं हो जाती.
बैंक के सबसे बड़े शेयरधारक होने की वजह से अमेरिका परंपरा के अनुरूप बैंक के प्रमुख की नियुक्ति करता है जबकि यूरोपीय देश अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के प्रमुख का चुनाव करते हैं. किम को 2012 में पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस पद पर नामित किया था.
ट्रंप के चुनाव से पहले किम को दूसरे कार्यकाल के लिए सितंबर 2016 में दोबारा नियुक्त किया गया, जो जुलाई 2017 को शुरू हुआ. अब, ट्रंप को विश्व बैंक के प्रमुख पद के लिए उम्मीदवार को नामित करने का अवसर मिलेगा.
अमेरिका द्वारा नामित दावेदार को 2012 में पहली बार दो अन्य दावेदारों से मुकाबला करना पड़ा था. कोलंबिया के अर्थशास्त्री जोस एंटोनियो ओकाम्पो गाविरिया इस दौड़ से बाहर हो गए थे जबकि नाइजीरिया के तत्कालीन वित्त मंत्री नगोजी ओकोन्जो इवेला किम से हार गए थे और किम को इस पद पर नियुक्त किया गया था.