अमेरिका में 20 जनवरी से बाइडेन युग की शुरुआत हो गई है. जो बाइडेन ने 46वें अमेरिकी राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली है. शपथ ग्रहण के बाद अपने पहले संबोधन में जो बाइडेन ने नस्लभेद और राजनीतिक हिंसा के मुद्दे पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि सत्ता के लिए लोगों ने झूठ बोला, लेकिन हम न्याय के साथ रहे और हिंसा के खिलाफ रहे, इसलिए आज यहां खड़े हैं. हमें हिंसक राजनीति से लड़ना होगा.
जो बाइडेन ने कहा कि आज अमेरिका का दिन है, ये लोकतंत्र की जीत है. ये जश्न का समय है. आज नया इतिहास बन रहा है. अमेरिका की मिट्टी लोगों की भावनाओं का आदर करती आई है. हम इसे बनाए रखेंगे. हम मेहनत, लगन और पूरी ताकत के साथ देश के लिए काम करेंगे. हमें 400 साल की पुरानी परंपरा को आगे बढ़ाना है. उन्होंने कहा कि मैं किसी पार्टी का प्रेसिडेंट नहीं हूंं, मैं हर एक अमेरिकी का प्रेसिडेंट हूं.
आगे बाइडेन ने कहा कि अमेरिका कोरोना संकट से जूझ रहा है. पहले की सरकार की चूक के चलते लाखों लोगों की जान चली गई, लेकिन हम इस महामारी का डट का मुकाबला करेंगे और जो भी चुनौतियां आएंगी उसका समझदारी से समाधान निकालेंगे. बाइडेन ने कहा कि अर्थव्यवस्था की चुनौतियां का भी हमें सामना करना है. इसके लिए हम पूरी मेहनत के साथ काम करेंगे.
#WATCH | Joe Biden sworn-in 46th President of the United States of America. pic.twitter.com/XJSt9x00CU
— ANI (@ANI) January 20, 2021
बाइडेन ने कहा कि अमेरिका की सेना सशक्त है और हर चुनौती के लिए तैयार है. नस्लीय भेदभाव को लेकर अमेरिका में जो हुआ उसका हमने न्याय और लोकतांत्रिक तरीके से मुकाबला किया. हिंसा के खिलाफ जो हमने कर दिखाया है, वो अमेरिकी प्रजातंत्र की पहचान है. उन्होंने लोकतंत्र और हर अमेरिकी की रक्षा का वादा किया.
मत कहिए चीजें बदल नहीं सकती...
बाइडेन ने कहा कि आज कमला हैरिस अमेरिकी इतिहास में पहली महिला उपराष्ट्रपति बनी हैं, इसलिए ये मत कहिए कि चीजें बदल नहीं सकती. ये बहुत बड़ी विजय है. मैं पूरी तरह से अमेरिका को एक साथ लाने, हमारे लोगों को एकजुट करने, हमारे राष्ट्र को एकजुट करने के लिए समर्पित हूं.
सबसे उम्रदराज राष्ट्रपति हैं बाइडेन
जो बाइडेन अमेरिकी इतिहास के सबसे उम्रदराज राष्ट्रपति हैं. डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता और दो बार अमेरिका के राष्ट्रपति रहे बराक ओबामा ने राष्ट्रपति पद के चुनाव के दौरान जो बाइडेन की जोरदार वकालत की थी. बीते साल अमेरिक में हुए चुनाव में बाइडेन को 273 वोट मिले थे. वहीं, डोनाल्ड ट्रंप के पक्ष में 214 इलेक्टोरल वोट गए. यह जीत निर्णायक राज्य पेनसिल्वेनिया में बाइडेन के जीत के बाद तय हुई थी.