विकिलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे ने कहा कि वह यहां स्थित इक्वाडोर के दूतावास को जल्द ही छोड़ देंगे, जहां वह पिछले करीब दो साल से शरण लिए हुए हैं. असांजे को जानलेवा रोग होने और उसके इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ने की खबरों के बीच उन्होंने दूतावास छोड़ने की बात कही है.
हालांकि, हृदय और फेफड़े में समस्या से जूझ रहे 49 वर्षीय ऑस्ट्रेलियाई नागरिक असांजे ने दूतावास छोड़ने की समय सीमा के बारे में बताने से इनकार कर दिया.
मध्य लंदन में नाइट्सब्रिज स्थित दूतावास में इक्वाडोर के विदेश मंत्री रिकाडरे पेटिनो के साथ उन्होंने पत्रकारों को संबोधित करने के दौरान यह कहा.
कई खबरों में बताया गया है कि गोपनीय दस्तावेजों का खुलासा करने वाले असांजे को स्वास्थ्य की समस्या को लेकर अस्पताल में इलाज कराने की जरूरत है. पेटिनो ने कहा, दो साल काफी अनिश्चितता के साथ और कानूनी संरक्षण के अभाव में बीते हैं. इस स्थिति को अवश्य खत्म होना होगा. दो साल काफी लंबा होता है. हम उन्हें अपना संरक्षण देना जारी रखेंगे.
उन्होंने कहा, ‘यह जूलियन असांजे को बाहर जाने देने का वक्त है. यह उनके मानवाधिकारों का आखिरकार सम्मान किए जाने का वक्त है. पेटिनो हालात का हल करने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए ब्रिटिश विदेश मंत्री फिलिप हामोंड से अगले कुछ हफ्तों में मिलेंगे.’
असांजे की वेबसाइट विकीलीक्स ने अमेरिका के गुप्त सैन्य और कूटनीतिक दस्तावेज प्रकाशित कर दिये थे और वह अगस्त 2012 में इक्वाडोर की ओर से राजनयिक शरण मिलने के बाद से लातिन अमेरिकी देश के यहां स्थित दूतावास की इमारत में रह रहे हैं. वह लगातार निगरानी में हैं और यदि वह इमारत से निकलते हैं तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
स्कॉटलैंड यार्ड के अधिकारियों को दो साल से इमारत के बाहर तैनात कर रखा गया है. दो महिलाओं का कथित यौन उत्पीड़न करने के आरोपों को लेकर उनके खिलाफ स्वीडन में भी गिरफ्तारी वारंट है. हालांकि उन्होंने इन आरोपों से इनकार किया है. ऑस्ट्रेलिया में जन्मे असांजे को भय है कि उन्हें स्वीडन से अमेरिका प्रत्यर्पित कर दिया जाएगा और उन्हें इराक और अफगानिस्तान में पेंटागन की गतिविधियों से संबंधित गुप्त दस्तावेज विकीलीक्स पर प्रकाशित करने के लिए 35 वर्ष की सजा हो सकती है.