भारत दौरे पर 'अकेले-अकेले' घूम रहे कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अपने पुराने रुख में बदलाव का संकेत दिया है. ट्रूडो ने कहा है कि उनका देश अखंड भारत का समर्थन करता है.
हालांकि, ट्रूडो ने कहा है कि यह उनके देश के पुराने स्टैंड में बदलाव नहीं है. हालांकि, इससे पहले ट्रूडो की सरकार के अलग-अलग मौकों पर खालिस्तान के प्रति सहानुभूति रखने की बात सामने आई थी. जस्टिन ट्रूडो इन दिनों अपने परिवार के साथ सात दिवसीय भारत के दौरे पर हैं.
ट्रूडो ने मंगलवार को मुंबई में एक कार्यक्रम में कहा, 'कनाडा की खासियत यह है कि हमने इसकी विविधता को पहचाना है. हमारे विविध विचार और राय हमारी सफलता के राज हैं. हम हिंसा और घृणास्पद बयानों को अस्वीकार करते हैं. हां, मैं आपको बता दूं कि मेरी और कनाडा की राय नहीं बदली है. हम एक और अखंड भारत का समर्थन करते हैं.'
आमतौर पर विदेशी मेहमानों को अपने गृहराज्य घुमाने वाले पीएम नरेंद्र मोदी की अभी ट्रूडो से मुलाकात नहीं हुई है. इस दौरान ट्रूडो गुजरात और यूपी में घूम चुके हैं. कनाडा में सिख डायसपोरा के बीच ट्रूडो की सरकार को खालिस्तान समर्थक के तौर पर देखा जाता है.
कहा जा रहा है कि पीएम मोदी या विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इसी वजह से कनाडाई पीएम के स्वागत के लिए एयरपोर्ट नहीं पहुंचे या पीएम ने उन्हें लेकर ट्वीट नहीं किया. अभी तक पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह के उनसे मिलने पर भी संकट के बादल थे, हालांकि अब अमरिंदर ने कहा है कि वह उनसे मुलाकात करेंगे. पिछली बार अमरिंदर ने कनाडा के रक्षा मंत्री हरजीत सिंह सज्जन से मुलाकात करने से इनकार कर दिया था.
Look forward to meeting Canadian Prime Minister @JustinTrudeau in Amritsar on Wednesday. I’m hopeful that this meeting will help strengthen the close Indo-Canadian business ties as well as the deep-rooted people-to-people relations between our two countries.
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) February 19, 2018
तब अमरिंदर सिंह ने ट्रूडो की कैबिनेट के सज्जन कुमार समेत दूसरे मंत्रियों को खालिस्तानी समर्थक बताया था. हालांकि, इस बार अमरिंदर ने कहा है कि वह जस्टिन ट्रूडो से मुलाकात करेंगे. ट्रूडो अमृतसर में स्वर्ण मंदिर भी जाएंगे.