कनाडा का अफजाल परिवार रविवार की छुट्टी के दिन खुशनुमा माहौल में शाम को घूमने के लिए घर से निकला था. ओंटारियो के सिटी ऑफ लंदन में रहने वाले इस परिवार को क्या पता था कि सड़क पर मौत बन कर एक पिकअप ट्रक उनका इंतजार कर रहा है. 20 साल के एक सिरफिरे शख्स ने एक बैरियर को जंप कर इन पर ट्रक चढ़ा दिया और परिवार के चार सदस्यों की जान ले ली.
इस घटना में घायल परिवार का सबसे छोटा सदस्य 9 साल का लड़का अस्पताल में भर्ती है. हर किसी की जुबान पर यही सवाल है कि एक हंसता खेलता परिवार जो सिर्फ अच्छाई फैलाने में यकीन करता था, उसने किसी का क्या बिगाड़ा था, जो उसके साथ ऐसा किया गया.
कनाडा पुलिस के मुताबिक 5 जून को हमलावर शख्स ने सोच समझ कर इस घटना को अंजाम दिया था. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने इस घटना पर कहा था कि इस्लामोफोबिया (इस्लाम से नफरत) के लिए देश में कोई जगह नहीं है. ट्रुडो ने इसे ‘आतंकित’ करने वाली घटना बताया.
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टोरंटो से 200 किलोमीटर की दूरी पर स्थित लंदन शहर की आबादी पांच लाख के करीब है. पाकिस्तान में जड़ों वाले अफजाल परिवार को उनके करीबी और दोस्त म़ॉडल परिवार बताते हैं. जहां इस परिवार पर हमला किया गया, वहां अस्थाई मेमोरियल बनाया गया है. बड़ी संख्या में लोग वहां श्रद्धासुमन अर्पित करने पहुंच रहे हैं. अफजाल परिवार को जानने वालों का कहना है कि परिवार के सभी बड़े सदस्य बहुत मेहनती थे, वहीं दोनों बच्चे टॉप स्टूडेंट थे.
मदीहा सलमान (44 साल): सोशल मीडिया पर GoFundMe पेज पर मदीहा के दोस्तों ने उन्हें ‘मेधावी स्कॉलर, बच्चों का अच्छी तरह ख्याल रखने वाली मां और बेहतरीन दोस्त’ बताया. पाकिस्तान में सिविल इंजीनियरिग और एनवायरंमेट स्टडीज की पढ़ाई पूरी करने क बाद मदीहा 2007 में कनाडा आई थीं. उन्होंने वेस्टर्न यूनिवर्सिटी से डॉक्टरेट किया. इन दिनों भी वे पोस्ट ग्रेजुएशन प्रोजेक्ट से जुड़ी हुई थीं.
सलमान अफजाल (46 साल): GoFundMe की पोस्ट में सलमान अफज़ाल को ऐसा शख्स बताया है जिनके चेहरे पर हमेशा मुस्कान रहती थी और जिन्हें क्रिकेट से बहुत लगाव था. चाहे स्थानीय क्रिकेट मैच हो या मस्जिद, पहली चीज वो मुस्कान के साथ लोगों का स्वागत करते थे.
युमना अफजाल (15 साल): नौवीं क्लास की छात्रा बहुत ही मिलनसार और दोस्ताना स्वभाव की थी. दूसरे छात्रों के लिए वो रोल मॉडल थी. युमना का ओकरिज सेकेंडरी स्कूल में 2020 में एडमिशन हुआ था. इससे पहले वो लंदन इस्लामिक स्कूल में पढ़ती थी.
परिवार के सबसे छोटे सदस्य 9 साल के फाएज अफजाल का गंभीर चोटों की वजह से अस्पताल में इलाज चल रहा है. अच्छी बात ये है कि उसकी हालत में सुधार हो रहा है.
GoFundMe की ओर से बच्चे फाएज और जरूरतमंद पाकिस्तानी समुदाय के लिए अभी अभी तक 4,70,000 कैनेडियाई डॉलर्स (करीब 2.83 करोड़ रुपए) जुटाए जा चुके हैं. शहर में लंदन मॉस्क एंड द नेशनल काउंसिल ऑफ कनाडियन मुस्लिम्स ने लॉन्च गुड प्लेटफार्म के जरिए 7,85,000 कैनिडियाई डॉलर्स (करीब 4 करोड़ 73 लाख रुपए) इकट्ठा किए हैं. वेस्टर्न यूनिवर्सिटी की मुस्लिम एसोसिएशन ने 7,00,000 लाख कैनेडियाई डॉलर्स (करीब 4 करोड़ 22 लाख रुपए) का फंड जुटाया है.
मदीहा सलमान के फेसबुक पेज पर उनकी बच्चों के साथ मुस्कुराते हुए तस्वीर को देखा जा सकता है. इसमें वो गिफ्ट भी नजर आते हैं जो मदर डे पर उन्हें मिले थे. परिवार की सबसे बड़ी सदस्य और सलमान अफजाल की 74 साल की मां का नाम नहीं बताया गया है. लेकिन करीबी लोगों के मुताबिक वो इस परिवार का सबसे मजबूत स्तंभ थीं.