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'This nation is strong and free', नए साल की शुभकामनाओं में भी दिखा ट्रंप को लेकर ट्रूडो का दर्द

नए साल पर ट्रूडो के इस संदेश को लोग डोनाल्ड ट्रंप के उस तंज से जोड़कर देख रहे हैं, जिसमें ट्रंप कनाडा को अमेरिका का 51वां स्टेट और ट्रूडो को कनाडा के गवर्नर कहकर संबोधित करते रहे हैं.

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डोनाल्ड ट्रंप और जस्टिन ट्रूडो (AFP photo)
डोनाल्ड ट्रंप और जस्टिन ट्रूडो (AFP photo)

नए साल का आगाज हो गया है. दुनियाभर में नए साल का जश्न मनाया जा रहा है. इस बीच कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी देशवासियों को नववर्ष की शुभकामनाएं दी हैं. लेकिन उनकी इस बधाई में बड़ा संदेश छिपा हुआ है.

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ट्रूडो ने नववर्ष की पूर्व संध्या पर कहा कि देशभर में काउंटडाउन शुरू हो गया है. फिर चाहे आप देश में हों या फिर विदेश में 2025 आपके लिए नई चुनौतियां और अवसर लेकर आएगा. लेकिन एक चीज जो हम जानते हैं, वो ये है कि ये देश मजबूत है और आजाद है और हमें इसे होम कहने पर गर्व है. हैप्पी न्यू ईयर कनाडा.

नए साल पर ट्रूडो के इस संदेश को लोग डोनाल्ड ट्रंप के उस तंज से जोड़कर देख रहे हैं, जिसमें ट्रंप कनाडा को अमेरिका का 51वां स्टेट और ट्रूडो को कनाडा के गवर्नर कहकर संबोधित करते रहे हैं.

ट्रंप और ट्रूडो में क्यो है ठनी?

ट्रूडो पिछले महीने अमेरिकी दौरे के दौरान ट्रंप के फ्लोरिडा स्थित आवास मार-ए-लागो पहुंचे थे. जहां ट्रंप और ट्रूडो ने एक साथ डिनर किया था. इस डिनर के बाद ट्रंप ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा था कि कनाडा के गवर्नर जस्टिन ट्रूडो के साथ डिनर कर खुशी हुई. मैं जल्द ही गवर्नर से दोबारा मिलना चाहूंगा ताकि हम टैरिफ और ट्रेड पर अपनी चर्चा जारी रख सकें. इसके नतीजे बेहतरीन होंगे. 

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ट्रंप की इस प्रतिक्रिया के बाद यह सवाल उठने लगा था कि आखिर ट्रंप ने ट्रूडो को गवर्नर क्यों कहा? ट्रंप ने डिनर के दौरान ट्रूडो को ऑफर दिया था कि कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बन जाना चाहिए. हालांकि, यह ऑफर मजाक-मजाक में दिया गया था. लेकिन ट्रूडो ये सुनकर असहज हो गए और हंसने लगे.

बता दें कि ट्रूडो ने अमेरिका का ये दौरा ट्रंप के उस ऐलान के बाद किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि शपथ लेने के बाद वह अमेरिका में इंपोर्ट होने वाले कनाडा के उत्पादों पर 25 फीसदी टैरिफ लगाएंगे. ट्रंप ने कहा था कि कनाडा से अमेरिका में अवैध तरीके से आ रहे प्रवासियों की वजह से यह फैसला लिया जा सकता है. क्योंकि ट्रूडो इन अवैध प्रवासियों पर नकेल कसने में असफल रहे हैं.

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