काबुल में भारतीय दूतावास के पास हुए बम धमाके में सभी भारतीय सुरक्षित हैं. हालांकि, दूतावास की खिड़कियों के शीशे टूट गए हैं. भारतीय दूतावास के सभी कर्मचारी सुरक्षित हैं. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इसकी जानकारी दी. सुषमा स्वराज ने बताया कि अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में बुधवार सुबह हुए विस्फोट में भारतीय दूतावास के सभी कर्मचारी सुरक्षित हैं.
By God's grace, Indian Embassy staff are safe in the massive #Kabul blast.
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) May 31, 2017
सुषमा ने ट्वीट कर कहा, भगवान की कृपा से काबुल विस्फोट में भारतीय दूतावास के सभी कर्मचारी सुरक्षित हैं. शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक, अफगानिस्तान की राजधानी में यह विस्फोट वजीर मोहम्मद अकबर खान क्षेत्र में हुआ. यह अत्यधिक सुरक्षित क्षेत्र है जहां विभिन्न दूतावास हैं. यह विस्फोट भारतीय दूतावास के पास हुआ है.
ईरानी दूतावास था निशाने पर
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में भारतीय दूतावास के पास शक्तिशाली बम धमाका हुआ. इस धमाके में दर्जनों लोगों के हताहत होने की सूचना है. कहा जा रहा है कि इन धमाकों से जर्मन और ईरानी दूतावास निशाने पर था. अफगानिस्तान में भारतीय राजदूत मनप्रीत वोहरा ने कहा कि इस धमाके से हमारी बिल्डिंग समेत आस-पास की बिल्डिंग को काफी नुकसान पहुंचा है.
सभी लोग सुरक्षित हैं
काबुल के इस हाई सिक्योरिटी वाले डिप्लोमेटिक एरिया में हुए धमाके के बाद सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है. ये धमाके बुधवार सुबह स्थानीय समयानुसार 8.30 बजे के करीब हुए हैं, जब इलाके में खासी भीड़ होती है. कहा जा रहा है कि यह बम धमाका ईरान और जर्मन दूतावास के पास हुआ है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस धमाके के बाद दुख व्यक्त किया है. स्पेन की यात्रा पर गए पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि हम काबुल में हुए बम धमाकों की कड़ी निंदा करते हैं, हमारी सांत्वना सभी पीड़ितों के साथ है. भारत आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अफगानिस्तान के साथ खड़ा है.
काबुल में नहीं रुक रहे हैं आतंकी हमले
काबुल हाल के दिनों में कई आतंकी हमलों का शिकार रहा है. इससे पहले फरवरी महीने की शुरुआत में सुप्रीम कोर्ट में हुए आत्मघाती बम धमाके में कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई थी. हमला उस सड़क पर हुआ जो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से अमेरिकी दूतावास की तरफ जाती है. इन धमाकों ने अफगानिस्तान में बढ़ते असुरक्षा के माहौल को फिर जाहिर किया है, जहां अमेरिका समर्थित बल तालिबान विद्रोहियों के साथ अल कायदा और इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों से जूझ रहे हैं.