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काबुल ब्लास्ट के पीछे PAK की खुफिया एजेंसी ISI और हक्कानी नेटवर्क का हाथ?

अफगानिस्तान की खुफिया एजेंसी ने काबुल हमले के पीछे हक्कानी नेटवर्क और पाकिस्तान की ISI का हाथ बताया है.

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काबुल में धमाका
काबुल में धमाका

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काबुल में हुए ट्रक बम धमाके के पीछे हक्कानी नेटवर्क और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI (इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस) का हाथ बताया जा रहा है. टोलो न्यूज के हवाले अफगानिस्तान की खुफिया एजेंसी नेशनल डायरेक्टरेट ऑफ सिक्युरिटी के मुताबिक बुधवार 31 मई की सुबह अफगानिस्तान के राजनयिक इलाके में हुए ट्रक बम विस्फोट की योजना पाकिस्तान में हक्कानी नेटवर्क ने बनाई, जिसमें PAK खुफिया एजेंसी ISI भी शामिल है.

अफगानिस्तान की ओर से तालिबान के हक्कानी नेटवर्क पर हमले का आरोप लगाया गया है, वहीं तालिबान ने अपना हाथ होने से इनकार करते हुए इस हमले की निंदा की है.

काबुल के राजनयिक इलाके में जोरदार बम धमाका
गौरतलब है कि बुधवार की सुबह साढ़े आठ बजे (स्थानीय समयानुसार) काबुल के राजनयिक इलाके में जोरदार बम धमाका हुआ, जिसमें कम से कम 90 लोगों की मौत हो गई और चार सौ लोग घायल हो गए, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं.

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टैंकर में 15 सौ किलो की विस्फोटक सामग्री
किसी भी आतंकी संगठन ने अब तक इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. अधिकारियों ने बताया कि 15 सौ किलो की विस्फोटक सामग्री गंदे पानी के टैंकर में छिपाई गई थी. चश्मदीदों के मुताबिक, घटनास्थल पर शव बिखरे पड़े थे और पूरे इलाके में घना धुंआ निकल रहा था. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि दर्जनों कारें सड़क पर ही फंस गईं, क्योंकि घायल लोग और घबराई स्कूली छात्राएं सुरक्षा के लिए उनकी आड़ ले रही थीं.

कई देशों के दूतावास में हुई क्षति
फ्रांस, भारत, तुर्की, जापान, संयुक्त अरब अमीरात और बुल्गारिया ने अपने-अपने दूतावासों पर इस धमाके से हुई क्षति की रिपोर्ट दी है. व्हाइट हाउस ने इस भयानक हमले की निंदा करते हुए सख्त बयान दिया है. एमनेस्टी इंटरनेशनल की ओर से कहा गया कि इस हमले से पता चलता है कि अफगानिस्तान में विवाद इतना भयानक हो गया है कि इससे अंतरराष्ट्रीय समुदायों को सतर्क हो जाना चाहिए.

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