भारतीय मूल की अमेरिका की उपराष्ट्रपति अब राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ेंगी. उन्होंने अपनी उम्मीदवारी का ऐलान किया है. उन्होंने अपने एक सोशल मीडिया पोस्ट में इसकी जानकारी दी. कमला हैरिस ने बताया कि अपनी दावेदारी के लिए फॉर्म्स साइन किए हैं और आधिकारिक रूप से यह ऐलान करती हैं कि वह राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ेंगी.
कमला हैरिस को राष्ट्रपति जो बाइडेन समेत डेमोक्रेट पार्टी के तमाम बड़े नेताओं का समर्थन है. पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा से लेकर पूर्व हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेंटिव नेन्सी पेलोसी भी उनके समर्थन में हैं. जो बाइडेन ने भी उम्मीदवारी से नाम वापस लेने के बाद कमला हैरिस को अपना समर्थन दिया था. उन्होंने अपना अनुभव शेयर किया था और कहा था कि उन्हें डेमोक्रेट का उम्मीदवार बनाया जा सकता है.
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जो बाइडेन क्यों नहीं लड़ेंगे राष्ट्रपति चुनाव?
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पार्टी नेताओं और समर्थकों की तरफ से दबाव के बाद राष्ट्रपति का चुनाव दोबारा नहीं लड़ने का फैसला किया. उनकी उम्र 81 साल की है और अपनी उम्र को लेकर वह अक्सर ट्रोल किए जाते रहे हैं. कहा जाता है कि उन्हें भूलने की समस्या है और कथित रूप से उनकी यह समस्या कई बार मंचों पर भी नजर आई है. पिछले कुछ महीने में बाइडेन इसको लेकर काफी ट्रोल किए गए हैं.
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माना जाता है कि इसी वजह से डेमोक्रेट के भीतर उनकी दोबारा दावेदारी के खिलाफ विरोध की लहर थी. हालांकि, बाइडेन अपना नाम वापस लेने के पक्ष में नहीं थे लेकिन कहा जाता है कि डेमोक्रेट के बड़े नेताओं की प्रतिक्रिया के बाद उन्होंने अपना नाम वापस लेने का फैसला किया. वह कोरोना वायरस से पीड़ित हैं और फिलहाल इलाज करा हैं.
कमला हैरिस को करना होगा इंतजार!
कमला हैरिस अभी डेमोक्रेट पार्टी की तरफ से उम्मीदवार घोषित नहीं की गई हैं. मसलन, यह कमला हैरिस का व्यक्तिगत ऐलान है कि वह राष्ट्रपति चुनाव लड़ेंगी. दरअसल, अगले महीने डेमोक्रेट पार्टी का कन्वेंशन होना है. अमेरिका में पार्टी कन्वेंशन में उम्मीदवार का ऐलान किया जाता है. ऐसे में कमला हैरिस को पार्टी नोमिनेशन का इंतजार करना होगा. जो बाइडेन भी डेमोक्रेट के आधिकारिक उम्मीदवार नहीं थे.