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M.Phil, दो बच्चों की मां, डॉक्टर की पत्नी... कौन है चीनी काफिले पर हमला करने वाली महिला सुसाइड बॉम्बर?

पाकिस्तान की कराची यूनिवर्सिटी (Karachi University) में महिला सुसाइड बॉम्बर ने चीनी काफिले को निशाना बनाया था. इसमें तीन चीनी नागरिकों की मौत हो गई थी. जिस महिला ने ये हमला किया वो काफी पढ़ी लिखी थी, उसने एम.फिल की पढ़ाई पूरी की थी. दो बच्चों की शैरी के पति डॉक्टर हैं.

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कराची यूनिवर्सिटी में धमाका करने वाली शैरी बलूच
कराची यूनिवर्सिटी में धमाका करने वाली शैरी बलूच
स्टोरी हाइलाइट्स
  • कराची यूनिवर्सिटी में चीनी सेंटर के पास किया था सुसाइड अटैक
  • महिला सुसाइड बॉम्बर के दो बच्चे हैं, पति डॉक्टर है

पाकिस्तान की कराची यूनिवर्सिटी (Karachi University) में धमाका करने वाली महिला सुसाइड बॉम्बर के बारे में हैरान कर देने वाली जानकारी सामने आई है. इस धमाके में 3 चीनी नागरिकों समेत 4 लोगों की मौत हो गई थी. इस हमले की जिम्मेदारी बलूचिस्तान लिब्रेशन आर्मी ने ली है. धमाके से पहले का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें बुर्का पहने महिला दिख रही है. देखते ही देखते वह खुद को उड़ा लेती है.

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अब पता चला है कि कराची यूनिवर्सिटी में चीनी सेंटर के पास खुद को उड़ाने वाली महिला काफी पढ़ी लिखी थी. उसने MSc Zoology की हुई थी और M.Phil कर रही थी. वहीं उसका पति डॉक्टर है.


BLA ने कहा है कि महिला के दो छोटे बच्चे (एक की उम्र 8 साल, दूसरे की उम्र 4 साल) हैं, जिनकी वजह से उसको BLA छोड़ने का ऑप्शन भी दिया गया था लेकिन उसने ऐसा करने से मना कर दिया. दावा किया गया है कि वह बलूचिस्तान और पाकिस्तान के हित के लिए चीनी लोगों को निशाना बनाना चाहती थी. BLA ने 30 साल की शैरी बलूच को बलूच की पहली महिला फिदायीन हमलावर बताया है.

कराची यूनिवर्सिटी में धमाका करने वाली शैरी बलूच

बता दें कि सुसाइड हमले में तीन चीनी अधिकारियों की मौत हो गई. मरने वालों के नाम Huang Guiping, Ding Mufang और Chen Sai हैं. वहीं अन्य अधिकारी Wang Yuqing और उनके सुरक्षा गार्ड घायल हो गए.

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चीन को दी चेतावनी

Baloch Liberation Army ने अपनी प्रेस रिलीज में चीन को चेताया है. कहा गया है कि वह फटाफट पाकिस्तान में चल रही अपनी 'शोषण' परियोजनाएं बंद कर दे और पाकिस्तान पर कब्जा करने का नहीं सोचे. वरना आगे भी ऐसे हमले होंगे जो ज्यादा खतरनाक होंगे.

दावा किया गया है कि बलूच लिब्रेशन आर्मी की मजीद ब्रिगेड के सैकड़ों की संख्या में उच्च प्रशिक्षित पुरुष और महिला ऐसे हमले करने को तैयार बैठे हैं. आगे बलूचों का नरसंहार रोकने, बलूचिस्तान की आजादी की मांग भी पाकिस्तान से की गई है.

 

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