कर्नाटक में मुस्लिम लड़कियों के हिजाब पहनकर स्कूल-कॉलेज जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. मंगलवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी वायरल हुआ जिसमें हिजाब पहनी एक लड़की, जिसका नाम मुस्कान बताया जा रहा है, को भगवा स्कार्फ पहने एक भीड़ ने घेर लिया और 'जय श्री राम' के नारे लगाए. लड़की अपने कॉलेज जा रही थी, इसी बीच भीड़ ने उसे घेरकर धार्मिक नारे लगाए.
सोशल मीडिया पर ये वीडिया काफी वायरल हो रहा है और इस घटना पर विदेशों, खासकर मुस्लिम देशों से कड़ी प्रतिक्रिया सामने आ रही है. पाकिस्तान, तुर्की आदि देशों के अखबारों में इस खबर को प्रमुखता से जगह दी गई है और बीजेपी की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा गया है.
पाकिस्तान के अखबारों में क्या छपा?
पाकिस्तान के प्रमुख अंग्रेजी दैनिक डॉन ने कर्नाटक हिजाब विवाद को लेकर एक रिपोर्ट प्रकाशित की है जिसमें अखबार लिखता है कि नरेंद्र मोदी की हिंदुत्ववादी सरकार के तहत मुस्लिमों के खिलाफ उत्पीड़न बढ़ा है और इस घटना ने अल्पसंख्यकों में डर पैदा कर दिया है.
अखबार आगे लिखता है, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दक्षिणपंथी भारतीय जनता पार्टी कर्नाटक में शासन करती है और कई पार्टी के कई प्रमुख नेताओं ने हिजाब पर प्रतिबंध को अपना समर्थन दिया है. आलोचकों का कहना है कि 2014 में मोदी के सत्ता में आने के बाद से उन कट्टर समूहों को प्रोत्साहन मिला है, जो भारत को एक हिंदू राष्ट्र के रूप में देखते हैं. ये लोग देश के 20 करोड़ अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय की कीमत पर भारत की धर्मनिरपेक्ष नींव को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं.'
पाकिस्तानी अखबार पाकिस्तान टुडे ने इस खबर को प्रमुखता से जगह दी है और लिखा है कि आरएसएस के भगवा पहने गुंडों ने हिजाब पहनी एक अकेली लड़की को घेरा, इससे हिंदुत्ववादियों की कायरता का खुलासा होता है.
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून लिखता है, 'भगवा के आगे राज्य की मशीनरी बेबस नजर आ रही है. कुछ सत्तारूढ़ दल के नेता हिजाब पर प्रतिबंध का बचाव करने के लिए बयान जारी कर रहे हैं जिसने आरएसएस के लोगों को और भड़काने के लिए प्रोत्साहित किया है. विपक्ष और आलोचक मोदी सरकार पर धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ भेदभाव का आरोप लगाते रहते हैं.'
पाकिस्तान के प्रमुख टीवी चैनल जियो टीवी ने इस खबर को लेकर एक रिपोर्ट प्रकाशित की है. अखबार ने रिपोर्ट का शीर्षक दिया है- भारत में 'जय श्री राम' के नारे लगाने वाली भीड़ ने मुस्लिम हिजाब पहनी लड़की को डराया'
पाकिस्तान के सरकारी ब्रॉडकास्टर पीटीवी न्यूज ने अपने ट्विटर हैंडल से मुस्कान की सांकेतिक तस्वीर ट्वीट की है और उसके हिम्मत की दाद दी है कि कैसे वो भीड़ के सामने डरी नहीं, बल्कि डटकर खड़ी रही. चैनल ने अपने ट्वीट में लिखा, 'युवा भारतीय मुस्लिम छात्रा मुस्कान, जो हिजाब पहनने के लिए भारत के कर्नाटक भगवा-पहने छात्रों के मजाक, ताने और शोर के खिलाफ खड़ी रहीं, को सोशल मीडिया पर प्रतिरोध का एक चेहरा माना जाने लगा है.'
तुर्की के अखबार ने भी खबर को दी जगह
तुर्की के सरकारी ब्रॉडकास्टर TRT World ने अपनी एक रिपोर्ट में लिखा है कि नरेंद्र मोदी की राष्ट्रवादी सरकार में मुसलमानों के खिलाफ हिंसा और हेट स्पीच बढ़ी है. रिपोर्ट में लिखा गया है कि मोदी के सत्ता में आने के बाद से उन कट्टरपंथी लोगों को बल मिला है जो भारत को एक हिंदू राष्ट्र बनाना चाहते हैं.
रिपोर्ट में आगे लिखा गया, 'विपक्षी दल और आलोचक भाजपा सरकार पर केंद्र और राज्य स्तर पर धार्मिक अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव करने और हिंसा भड़काने का आरोप लगाते हैं. मोदी अपने इस रिकॉर्ड का बचाव करते हैं और कहते हैं कि उनकी आर्थिक और सामाजिक नीतियों से सभी भारतीयों को फायदा होता है.'
बांग्लादेश में भी छाया मुद्दा
बांग्लादेश के प्रमुख अखबार ढाका ट्रिब्यून ने अपनी एक रिपोर्ट में लिखा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दक्षिणपंथी भारतीय जनता पार्टी शासित कर्नाटक राज्य और पार्टी के कई नेताओं ने हिजाब पर बैन का समर्थन किया है.' अखबार लिखता है कि कर्नाटक की इस घटना ने अल्पसंख्यकों में डर पैदा कर दिया है.
हॉन्गकॉन्ग के अखबार ने भी छापी खबर
हॉन्ग कॉन्ग के अखबार साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने लिखा है कि ये भारत हिंदू राष्ट्रवादी बीजेपी की नरेंद्र मोदी सरकार के समय का ध्रुवीकृत (Polarised) भारत है. भारत के विपक्षी दल और उदारवादी सरकार पर "गंदी राजनीति" करने और मुसलमानों को निशाना बनाने का आरोप लगाते हैं.'