scorecardresearch
 

PAK मीडिया ने सिद्धू को दिया करतारपुर का क्रेडिट, सुषमा-हरसिमरत की खिंचाई

बुधवार को पाकिस्तान में करतारपुर कॉरिडोर की नींव रखी गई. नवजोत सिंह सिद्धू की पाक यात्रा एक बार फिर चर्चा का विषय बनी है.

Advertisement
X
पाकिस्तान में नवजोत सिंह सिद्धू (फोटो - AP)
पाकिस्तान में नवजोत सिंह सिद्धू (फोटो - AP)

Advertisement

भारत-पाकिस्तान बॉर्डर के पास बनाए जा रहे करतारपुर साहिब कॉरिडोर को लेकर दोनों देशों में राजनीति चल रही है. भारत में इस कॉरिडोर की नींव रखी जा चुकी है और बुधवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अपनी सीमा में इस कॉरिडोर की नींव रखेंगे. कांग्रेस नेता और पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू भी इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पाकिस्तान पहुंचे हैं, जहां उनका जोरदार स्वागत हो रहा है.

पाकिस्तानी मीडिया में भी करतारपुर साहिब कॉरिडोर को लेकर लगातार चर्चाएं चल रही हैं. PAK मीडिया की ओर से इस पहल का पूरा श्रेय नवजोत सिंह सिद्धू को दिया जा रहा है, जबकि भारत सरकार की ओर से भेजे गए मंत्री हरसिमरत कौर व अन्य दल की खिंचाई की जा रही है.

पाकिस्तान के न्यूज़ चैनल GEO NEWS पर चर्चा के दौरान बैठे पैनलिस्ट ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू जब पाकिस्तान आए थे तो उनकी और सेना प्रमुख कमर बाजवा की मुलाकात से करतारपुर कॉरिडोर की बातें आगे बढ़ीं. सिद्धू के कारण ही आज ये कॉरिडोर की नींव डाली जा रही है.

Advertisement

'जिनको भेजा उनकी सिद्धू से लड़ाई'

चर्चा में बैठे एक्सपर्ट ने कहा कि भारत सरकार की ओर से जिन मंत्रियों को भेजा गया है, उनकी खुद नवजोत सिंह सिद्धू से अनबन चल रही है. ऐसे में भारत का इस कार्यक्रम को लेकर रुख समझा जा सकता है.

'सुषमा पर भी साधा निशाना'

GEO NEWS की एंकर ने कहा कि भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी आज पाकिस्तान के बातचीत वाले प्रस्ताव को ठुकराया है. एंकर ने कहा कि सुषमा PAK के मुद्दे पर खुलकर कुछ नहीं कहती हैं, बस इस प्रकार ही बयान दे रही हैं.

GEO NEWS के पैनल में बैठे हामिद मीर ने कहा कि सुषमा स्वराज करतारपुर कॉरिडोर को लेकर अपने बयान बदल रही हैं, पहले उन्होंने कहा था कि उनकी जगह भारत सरकार के अन्य मंत्री पाकिस्तान आएंगे. जबकि आज वो कह रही हैं कि ये उनकी पर्सनल विजिट है.

गौरतलब है कि करतारपुर साहिब गुरुद्वारा भारत-पाकिस्तान बॉर्डर के पास स्थित है. ये पाकिस्तान के क्षेत्र में बॉर्डर से 4 किमी. अंदर स्थित है. PAK ने गुरुद्वारे से लेकर बॉर्डर तक कॉरिडोर बनाने का फैसला किया है.

Advertisement
Advertisement