कश्मीर विवाद पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान ने भारत में राजनीतिक हलचल को बढ़ा दिया है. संसद में इसको लेकर विवाद हुआ, विपक्ष के द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सफाई की मांग की गई. लेकिन भारत ने जिस तरह इस मुद्दे पर जवाब दिया है उससे अमेरिका बैकफुट पर है. इस बीच डोनाल्ड ट्रंप जिस मुलाकात का जिक्र कर रहे हैं, सूत्रों की मानें तो जापान के ओसाका की उस मुलाकात में कश्मीर मुद्दे पर कोई बात ही नहीं हुई थी.
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने बयान में दो हफ्ते पहले की मुलाकात का जिक्र किया यानी जापान के ओसाका में जो जी-20 समिट हुआ उस दौरान ट्रंप-मोदी में जो बात हुई उसमें कश्मीर का जिक्र हुआ था. लेकिन सूत्रों की मानें तो ओसाका की मुलाकात में ऐसा कुछ हुआ ही नहीं, ये बात दोनों तरफ से कही जा रही है.
अमेरिका और भारत के सूत्रों का दावा है कि ओसाका में कश्मीर मुद्दे पर कोई बात नहीं हुई थी. ऐसे में डोनाल्ड ट्रंप ने जो इमरान खान के सामने कहा है, वह दावा गलत हो सकता है.
अगर ओसाका में हुई मुलाकात की बात करें, तो उस राउंडअप मीटिंग की एक जानकारी डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका ट्रंप ने वीडियो जारी कर दी थी. इवांका ट्रंप ने बताया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच 5G, राष्ट्रीय सुरक्षा, ट्रेड और ईरान को लेकर चर्चा हुई. गौरतलब है कि उस वक्त भारत और अमेरिका में टैरिफ वॉर चल रही थी और वही बैठक का एजेंडा भी रहा था.
इवांका ट्रंप व्हाइट हाउस में डोनाल्ड ट्रंप की एडवाइज़र भी हैं... उनका वीडियो आप यहां देख सकते हैं.
This is @IvankaTrump briefing media after the India-US-Japan trilateral and Modi-Trump bilateral in Osaka, Japan. She clearly says, 5G, National Security, trade relations and Iran were discussed. No mention of #Kashmir!@WhiteHouse @narendramodi @realDonaldTrump @DrSJaishankar pic.twitter.com/Vo1STawxSx
— Geeta Mohan گیتا موہن गीता मोहन (@Geeta_Mohan) July 23, 2019
अगर बात भारत के जवाब की करें तो विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संसद के दोनों सदनों में बताया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐसी कोई पेशकश अमेरिका के सामने नहीं की है, जिसमें कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता की बात कही गई हो. विदेश मंत्री ने कहा कि कश्मीर मसला भारत और पाकिस्तान के बीच का द्विपक्षीय मुद्दा है.
बता दें कि सोमवार रात डोनाल्ड ट्रंप के बयान आने के बाद विपक्ष भारत सरकार पर हमलावर है. कांग्रेस ने लोकसभा और राज्यसभा दोनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की मांग की है. तो वहीं जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने भी ट्वीट कर इस पर टिप्पणी की.
उन्होंने लिखा कि भारत सरकार ने भले ही डोनाल्ड ट्रंप के दावे को ठुकरा दिया हो, लेकिन इसके बाद इस मसले पर पॉलिसी चेंज हो सकता है. भले ही अमेरिका का कोई मसला सुलझाने का रिकॉर्ड अच्छा ना रहा हो, लेकिन उम्मीद है कि दोनों देश अब इस मुद्दे को सुलझाने की बात करेंगे.