कजाकिस्तान में 25 दिसंबर के प्लेन क्रैश की घटना पर अजरबैजान एयरलाइंस ने अपनी शुरुआती रिपोर्ट जारी की है. एयरलाइंस की रिपोर्ट में क्रैश की वजह "फिजिकल और एक्सटर्नल इंटरफेरेंस" बताई गई है, यानी दावे के मुताबिक बाहरी हस्तक्षेप की वजह से ही विमान क्रैश हुआ था. इस हादसे में 38 लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें दो पायलट और क्रू मेंबर भी शामिल थे.
पहले की रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि एक रूसी सरफेस-टू-एयर मिसाइल का टुकड़ा विमान से टकरा गया था. मसलन, पहले के दावे के मुताबिक, रूस ने मिसाइल दागी थी, जो कि विमान के करीब ब्लास्ट कर गया और इसके टुकड़े विमान से टकरा गए. इससे विमान का संतुलन बिगड़ गया, पायलट ने ग्रोज्नी में लैंडिंग की कोशिश की, फिर विमान को अजरबैजान की तरफ मोरने का फैसला किया लेकिन तब तक देर हो चुकी थी.
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इलाके में यूक्रेन कर रहा था आतंकवादी हमले!
रूसी एयर ट्रांसपोर्ट एजेंसी के प्रमुख दमित्री यादरोव ने बताया कि जब विमान दक्षिणी रूस में उतरने की कोशिश कर रहा था, उसी समय "यूक्रेनी लड़ाकू ड्रोन ग्रोज्नी और व्लादिकबाकाज के शहरों में नागरिक बुनियादी ढांचे पर आतंकवादी हमले कर रहे थे." इस वजह से दमित्री यादरोव के मुताबिक, इलाके का हवाई क्षेत्र बंद कर दिया गया था.
रूसी एयर ट्रांसपोर्ट एजेंसी के प्रमुख ने बताया कि विमान J2-8243 के पायलट ने ग्रोज्नी में दो बार असफल लैंडिंग की कोशिश की. अधिकारियों ने उन्हें अन्य हवाई अड्डों पर लैंड करने की सलाह दी, लेकिन पायलट ने कास्पियन सागर के पार कजाकिस्तान के अक्ताऊ हवाई अड्डे की ओर बढ़ने का फैसला किया. उन्होंने कहा कि उस वक्त इलाके में घना कोहरा था.
यूक्रेन ने अटकलों से पहले जांच की मांग की
इस बीच, यूक्रेन के विदेश मंत्री, अंद्रई सिबीहा ने शुक्रवार को रूसी मीडिया पर विमान दुर्घटना के बारे में झूठ फैलाने का आरोप लगाया. उनका कहना था कि मास्को ने "इस अपराध के सबूत छुपाने के लिए क्षतिग्रस्त विमान को समुद्र पार करने पर मजबूर किया." सिबीहा ने चेतावनी दी कि इस दुर्घटना के कारणों पर अटकलें लगाने से पहले जांच जरूरी है. रूस ने भी कजाकिस्तान प्लेन क्रैश पर अटकलें लगाने को लेकर चेतावनी दी थी, जिसमें दावा था कि रूसी मिसाइल से विमान क्रैश हुआ है.