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केन्या में सोशल मीडिया पर गुरुवार को जबरदस्त विरोध देखने को मिला. इसका कारण था अमेरिकी सरकार द्वारा अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी पर रिश्वतखोरी के आरोप लगाना. इन आरोपों के बाद केन्या सरकार ने अडानी ग्रुप के साथ किए गए अरबों डॉलर के समझौतों को रद्द कर दिया. ये डील्स पिछले कई महीनों से आलोचना का सामना कर रही थीं.
जैसे ही अमेरिकी सरकार के आरोपों की खबर केन्या पहुंची, #StopAdani, #ArrestAdani, #StopAdaniDeal, और #AdaniMustGo जैसे हैशटैग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) पर ट्रेंड करने लगे.
अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड और अडानी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड ने केन्या सरकार के साथ लगभग 2.5 अरब डॉलर के समझौते किए थे. इन डील्स के तहत देश के बिजली ट्रांसमिशन नेटवर्क को अपग्रेड करना और नैरोबी के जोमो केन्याटा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (JKIA) का विस्तार करना शामिल था. इन प्रोजेक्ट्स को पूरा करने के बाद अडानी ग्रुप 30 साल तक एयरपोर्ट को लीज पर चलाने वाला था.
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सोशल मीडिया पर विरोध की ताकत
जब केन्या के ऊर्जा मंत्री ओपियो वांडाई ने संसद में यह दावा किया कि ये डील्स जारी रहेंगी, तो सोशल मीडिया पर इसका जबरदस्त विरोध शुरू हो गया. सिर्फ 24 घंटों में केन्या से जुड़े 20 लाख से ज्यादा पोस्ट्स एक्स पर किए गए.
सबसे ज्यादा चर्चा में रहा #ArrestAdani हैशटैग, जिसे 55,000 से ज्यादा बार पोस्ट किया गया. इन पोस्ट्स में 41% हिस्सेदारी केन्या से आई. इसके अलावा #AdaniMustGo दूसरे नंबर पर रहा, जिसे लगभग 9,000 पोस्ट्स में देखने को मिला. #StopAdani भी 8,500 से ज्यादा पोस्ट्स में देखने को मिला.
सोशल मीडिया पर विरोध की गंभीरता तब और बढ़ गई, जब गौतम अडानी की फर्जी गिरफ्तारी की AI-जनरेटेड तस्वीरें वायरल होने लगीं. विपक्ष के सांसद ओकिया ओमताता ने भी इन्हें शेयर किया.
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डील्स और आरोपों पर विवाद
इस साल की शुरुआत में व्हिसलब्लोअर नेल्सन अमेन्या ने आरोप लगाया था कि अडानी ग्रुप को बिना किसी प्रतिस्पर्धी प्रक्रिया के ये डील्स दी गईं. उन्होंने केन्या के KTN न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में दावा किया कि दक्षिण अमेरिका और सिंगापुर की कंपनियां भी जेकेआईए एयरपोर्ट को अपग्रेड करना चाहती थीं, लेकिन उन्हें मौका नहीं दिया गया.
उन्होंने यह भी कहा, 'अडानी के आने से पहले ही एयरपोर्ट फीस 52% बढ़ाने की तैयारी है. फिर भी रनवे पर कोई काम 2028 से पहले शुरू नहीं होगा, और नया टर्मिनल 2029 से पहले तैयार नहीं होगा.'
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अडानी पर आरोप
अमेरिकी आरोपों के मुताबिक गौतम अडानी, उनके भतीजे सागर अडानी और छह अन्य ने सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट्स हासिल करने के लिए $250 मिलियन की रिश्वत देने की बात कही थी. हालांकि, अब भी केन्या के सोशल मीडिया पर विरोध जारी है. लोग सरकार से अन्य डील्स पर भी स्पष्टता की मांग कर रहे हैं, खासकर अडानी ग्रुप और केन्या के स्वास्थ्य मंत्रालय के बीच हुए समझौतों को लेकर लोग सवाल पूछ रहे हैं.