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UAE में केरल के नेहरू ट्रॉफी बोट रेस की धूम! पहली बार खाड़ी देश में होगा आयोजन

UAE में केरल का प्रसिद्ध नेहरू ट्रॉफी बोट रेस आयोजित किया जाएगा. आयोजकों का कहना है कि इससे केरल और यूएई के रिश्ते और प्रगाढ़ होंगे. मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने अपनी यूएई यात्रा के दौरान नेहरू ट्रॉफी 2022 के ब्रोशर का अनावरण किया.

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यूएई में नेहरू ट्रॉफी बोट रेस 27 मार्च को आयोजित किया जाएगा (Photo- Keralatourism.Org)
यूएई में नेहरू ट्रॉफी बोट रेस 27 मार्च को आयोजित किया जाएगा (Photo- Keralatourism.Org)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • UAE पहुंचा केरल का नेहरू बोट रेस
  • केरल के मुख्यमंत्री ने अपनी यूएई यात्रा के दौरान जारी किया ब्रोशर
  • 27 मार्च को होगा ट्रॉफी का आयोजन

केरल के प्रसिद्ध नेहरू ट्रॉफी बोट रेस की धूम अब संयुक्त अरब अमीरात (UAE) तक पहुंच गई है. परंपरागत रूप से भारत के केरल में आयोजित किया जाने वाला ये बोट रेस पहली बार UAE में आयोजित किया जाएगा. यूएई के रास अल खैमाह शहर में नेहरू बोट रेस 27 मार्च को आयोजित की जाएगी.

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खलीज टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, आयोजकों ने कहा कि वे यूएई और केरल के बीच के रिश्तों को खूबसूरत बनाने के लिए यूएई में इस ट्रॉफी का आयोजन कर रहे हैं. ये आयोजन मार्जन द्वीप में रास अल खैमाह के इंटरनेशनल मरीन स्पोर्ट्स क्लब (RAK) और द ब्रू मीडिया एफजेडसी एलएलसी की तरफ से किया जाएगा.

केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने पिछले सप्ताह दुबई की अपनी यात्रा के दौरान यूएई नेहरू ट्रॉफी 2022 के ब्रोशर का अनावरण किया. उन्होंने कहा कि वो केरल की विरासत को अंतर्राष्ट्रीय दर्शकों के साथ साझा होता हुआ देखकर खुश हैं.

इंटरनेशनल मरीन स्पोर्ट्स क्लब के प्रबंध निदेशक मेजर आरिफ अल हरंकी ने कहा, 'सहिष्णुता और सह-अस्तित्व के हमारे मिशन के रूप में, ये ट्रॉफी विभिन्न देशों के बीच सद्भाव को बढ़ावा देने के साथ-साथ उनकी सांस्कृतिक विरासत को अपनाने का हमारा प्रयास है.'

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दब्रू मीडिया के CEO और रेस के आयोजक मोहम्मद अमीन ने कहा कि इस आयोजन का उद्देश्य केरल की जीवंत संस्कृति को अंतर्राष्ट्रीय दर्शकों के सामने प्रदर्शित करना है.

भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के नाम पर आधारित नेहरू ट्रॉफी बोट रेस केरल में सबसे लोकप्रिय स्नेक बोट रेस में से एक है. इस बोट रेस में 100 फीट से भी लंबी नौकाएं हिस्सा लेती हैं और लोक गीतों की धुन पर वो पानी में एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़ लगाती हैं.

1952 में नेहरू की केरल यात्रा के बाद इस बोट रेस का नाम नेहरू बोट रेस का नाम रखा गया. वो राजसी सांप के आकार वाली नौकाओं को देखकर इतने मुग्ध हो गए थे कि उन्होंने अपनी सुरक्षा की परवाह किए बिना ही एक बोट पर छलांग लगा दी थी.

बाद में, नेहरू ने आयोजकों को उपहार के रूप में स्नेक बोट की आकृति वाली एक रजत ट्रॉफी भेंट की थी. यहीं से बोट रेस का नाम नेहरू ट्रॉफी बोट रेस पड़ गया. 

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