अफगानिस्तान में शांति प्रक्रिया के तहत अमेरिका से बातचीत के लिए तालिबान द्वारा कतर की राजधानी दोहा में दफ्तर खोले जाने के बाद दोनों देशों के बीच पैदा हुए तनाव के बीच अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई से फोन पर वार्ता की.
'बीबीसी' के अनुसार, समझा जाता है कि केरी ने करजई को आश्वस्त किया है कि जिन बातों को लेकर उन्हें आपत्ति है, उन्हें दूर किया जाएगा.
केरी से बातचीत के बाद उम्मीद की जा रही है कि करजई अमेरिका के साथ अफगानिस्तान में सुरक्षा की स्थिति को लेकर वार्ता फिर शुरू कर सकते हैं, जो उन्होंने दोहा में तालिबान द्वारा दफ्तर खोले जाने के बाद खत्म कर दी थी.
करजई ने दोहा में अमेरिका से बातचीत के लिए तालिबान का दफ्तर खोलने को अमेरिका द्वारा अफगानिस्तान सरकार को दी गई सुरक्षा गारंटी के खिलाफ बताया था. तालिबान ने मंगलवार को दोहा में अपना दफ्तर खोला और उसी दिन उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) ने अफगानिस्तान सरकार को देश की सुरक्षा सौंप दी.
करजई की आपत्ति दोहा स्थित तालिबान दफ्तर पर अफगानिस्तान का ध्वज लगाने और इसे 'इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान' नाम देने को लेकर भी था. अब करजई के प्रवक्ता ने कहा कि केरी ने अफगानिस्तान सरकार से कहा है कि तालिबान के दफ्तर से अफगानिस्तान का ध्वज हटा लिया जाएगा और दफ्तर को 'इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान' के बजाय 'ब्यूरो ऑफ पीस टॉक्स' नाम दिया जाएगा.
केरी के आश्वासन के बाद अमेरिका और अफगानिस्तान के बीच सुरक्षा समझौते पर अगले दौर की वार्ता गुरुवार को काबुल में होने वाली है.