ब्रिटेन का मुख्य विपक्षी दल लेबर पार्टी इस वक्त एक तस्वीर को लेकर भारतीय प्रवासी समूहों के निशाने पर है. इस तस्वीर में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिखाया गया है. यह तस्वीर उत्तरी इंग्लैंड में होने वाले उपचुनाव के लिए प्रचार में भारत की गलत छवि दिखाते हुए छापी गई है. भारतीय प्रवासी समूहों द्वारा अब लेबर पार्टी को 'विभाजनकारी' और 'भारत विरोधी' कहा जा रहा है.
लेबर पार्टी की प्रचार सामाग्री पर पीएम मोदी कंजरवेटिव पार्टी के नेता और ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन की हाथ मिलाते हुए तस्वीर छपी है. लेबर पार्टी की इस प्रचार सामग्री में लिखा है, 'अगर वहां के लोगों ने दूसरी पार्टी को वोट दिया तो ऐसी तस्वीर दिखने का रिस्क है, लेकिन लेबर पार्टी इस मामले में स्पष्ट है.'
मोदी की तस्वीर को लेकर घिरी लेबर पार्टी
अब बोरिस जॉनसन की कंजर्वेटिव पार्टी के सांसद रिचर्ड होल्डन ने ट्विटर पर इस पोस्टर को साझा किया और लेबर पार्टी पर सवाल उठाए. होल्डन ने लिखा, 'क्या इसका मतलब यह है कि लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर को भारतीय प्रधानमंत्री के साथ हाथ मिलाते हुए नहीं देखा जाएगा.'
.@AngelaRayner comes over like butter wouldn’t melt on @BBCr4today but @UKLabour are putting out this 👇 In #BatleyAndSpenByelection
— Richard Holden MP (@RicHolden) June 28, 2021
1) Would @Keir_Starmer not meet @narendramodi?
2) Labour are, again, playing the identity politics they have a go at @georgegalloway for! pic.twitter.com/7L1JhVlBiM
भारतीय समुदाय के संगठन कन्जरवेटिव फ्रैंड्स ऑफ इंडिया (सीएफआईएन) ने भी लेबर पार्टी को घेरा है. पूछा गया है कि क्या लेबर पार्टी का कोई प्रधानमंत्री/राजनेता दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के साथ कोई संबंध रखने से इनकार करेगा? क्या ब्रिटेन में भारतीय समुदाय के 15 लाख से अधिक सदस्यों के लिए आपका यह संदेश है.
इस प्रचार सामग्री को लेकर लेबर पार्टी के नेता भी एक मत नहीं हैं. लेबर फ्रैंड्स ऑफ इंडिया (एलएफआईएन) ने इसे तत्काल वापस लेने की मांग की है. लेबर पार्टी के भारतीय मूल के वरिष्ठ सांसद वीरेंद्र शर्मा ने भी इस कदम की निंदा की है.