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'राजनीति में मां और बीवी को खो दिया', 4 साल बाद पाकिस्तान लौटे नवाज शरीफ का छलका दर्द

लंदन से चार साल बाद पाकिस्तान लौटे पूर्व पीएम नवाज शरीफ ने शनिवार शाम एक बड़ी जनसभा की. यहां उन्होंने कहा, राजनीति के कारण मैंने अपनी मां और पत्नी को खो दिया है. उन्होंने यह भी बताया कि जेल में सजा काटने के दौरान उन्होंने पत्नी की मौत की खबर का कैसे सामना किया था.

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पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने शनिवार को लाहौर में जनसभा को संबोधित किया.
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने शनिवार को लाहौर में जनसभा को संबोधित किया.

पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने शनिवार को चार साल बाद स्वदेश वापसी की. पाकिस्तान में उनका पार्टी कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया. नवाज शरीफ पहले दिन ही जोश में दिखे. एक ऐसा मौका भी आया, जब वो बेहद भावुक हो गए. उन्होंने शाम को मीनार-ए-पाकिस्तान में विशाल जनसभा को संबोधित किया और खुद को पाकिस्तान की जनता से जोड़ा. नवाज ने भूख-गरीबी और खराब अर्थव्यवस्था का मुद्दा उठाया. इसके साथ ही देश को वापस विकास के रास्ते पर ले जाने का संकल्प भी लिया. 

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बता दें कि नवाज शरीफ (73 साल) ने साल 2019 में पाकिस्तान छोड़ दिया था और ब्रिटेन में जाकर रहने लगे थे. वहां वो चार साल से रह रहे हैं. हाल ही में नवाज को हाई कोर्ट ने जमानत पर छूट दी है, जिसके बाद उन्होंने पाकिस्तान में वापसी की और पहले दिन ही देश की जनता से मुखातिब हुए. नवाज शरीफ ने कहा, मैंने राजनीति के चक्कर में अपनी मां और बीवी को खो दिया है. 

रैली में भावुक देखे गए नवाज शरीफ

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री ने बताया कि जब वो जेल में बंद थे, तब बीवी की मौत की खबर मिलने पर उनका क्या हाल हो गया था. यह किस्सा सुनाते वक्त नवाज काफी भावुक हो गए. उन्होंने रैली में उमड़ी भीड़ की तरफ इशारा किया और कहा, आपके प्यार को देखने के बाद मैं अपना 'दुख और दर्द' भूल गया हूं. पीएमएल-एन सुप्रीमो ने कहा, भले ही मैं याद न रखना चाहूं. लेकिन कुछ घाव ऐसे होते हैं जो कभी भरते नहीं हैं. 

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'बीवी को एक फोन तक नहीं कर पाने का मलाल'

नवाज ने रुंधी आवाज में आगे कहा, मैंने अपनी मां और बीवी को राजनीति के कारण खो दिया है. उन्होंने यह भी बताया कि कैसे वो अपनी मां, पिता और बीवी को आखिरी बार नहीं देख सके और ना अंतिम विदाई दे पाए.

नवाज का कहना था कि जब मेरी बीवी कुलसुम अपनी जिंदगी के आखिरी पलों को गुजार रही थीं. तब मैंने उनसे (जेल अधिकारियों से) आग्रह किया कि वो मुझे बीवी से बात करने के लिए एक कॉल करने की अनुमति दे दें. मैं आपको उस समय के बारे में बता रहा हूं जब अदियाला जेल में बंद था. ढाई घंटे तक मैं अनुरोध करता रहा, लेकिन एक कॉल करने तक की इजाजत नहीं दी गई. और आखिर में मुझे उनकी मौत की खबर मिली.

शरीफ जब यह सब वाकया सुना रहे थे. तब उन्होंने मंच पर अपनी बेटी मरियम की तरफ देखा और भावुक हो गए. रैली के मंच पर भाई शहबाज और अन्य पार्टी नेता भी बैठे थे. नवाज ने कहा, जेल में मुझसे कहा गया कि वो मरियम को (कुलसुम की मौत की) खबर देंगे, लेकिन मैंने मना किया. कल्पना कीजिए, मरियम और अन्य लोग इसे तब कैसे सहन कर पाते, जब वो बिल्कुल अकेले हों.

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'चार साल बाद पाकिस्तान लौटे नवाज'

बता दें कि कुलसुम शरीफ का साल 2018 में 70 वर्ष की आयु में लंदन में निधन हो गया था. जबकि शरीफ और उनकी बेटी मरियम दोनों भ्रष्टाचार के मामलों में पाकिस्तान की जेल मे सजा काट रहे थे. इससे पहले शनिवार दोपहर नवाज शरीफ लंदन से पाकिस्तान पहुंचे. अपनी जमानत के संबंध में कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद वो पंजाब प्रांत में पीएमएल-एन के गढ़ लाहौर के लिए रवाना हुए.

'पाकिस्तान में आज पेट्रोल-रोटी महंगी'

नवाज शरीफ ने शनिवार को इस बात पर अफसोस जताया कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था बहुत ज्यादा खराब है. मुद्रास्फीति, रिकॉर्ड कम विदेशी मुद्रा भंडार के साथ बेहद खराब स्थिति में है. उन्होंने देश को विकास के रास्ते पर ले जाने की शपथ भी ली. नवाज का कहना था कि जब वो सत्ता में थे तब की तुलना में आज रोटी, पेट्रोल की कीमत कितनी अधिक हो गई है. उन्होंने पूछा- क्या मुझे इसी वजह से बाहर किया गया था? ये क्या फैसला है? आप बताएं, क्या आप इस फैसले से सहमत हैं?

'बच्चों को खिलाएं या बिजली के बिल भरें'

उन्होंने कहा, अगर पाकिस्तान को उसके 1990 के आर्थिक मॉडल पर चलाया जाता, तो एक भी व्यक्ति बेरोजगार नहीं होता, गरीबी जैसी कोई चीज़ नहीं होती... लेकिन आज हालात इतने खराब हैं कि किसी को भी सोचना पड़ता है कि वे अपने बच्चों को खाना खिलाएं या बिजली का बिल भरें. नवाज ने स्पष्ट किया कि ये कठिन आर्थिक स्थितियां शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान नहीं बनी थीं, बल्कि लंबे समय से चली आ रही हैं.

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पीएमएलएन सुप्रीमो ने बिजली बिलों की दो प्रतियां भी लहराईं, जिनके बारे में उन्होंने दावा किया कि ये उनके कार्यकाल और उनके निष्कासन के बाद की हैं. उन्होंने कहा, क्या आपको याद है कि धरने कैसे आयोजित किए गए थे? लेकिन हम अपना काम करते रहे. मैं आज कई सालों बाद आपसे मिल रहा हूं, लेकिन आपसे मेरा प्यार का रिश्ता वैसा ही है. इसमें कोई अंतर नहीं आया है. मैं आपकी आंखों में जो प्यार देख रहा हूं, मुझे उस पर गर्व है.

'मैंने अपने समर्थकों को धोखा नहीं दिया'

उन्होंने कहा, मैंने कभी अपने समर्थक को धोखा नहीं दिया. ना किसी तरह का बलिदान देने से पीछे हटे. उन्होंने याद किया कि कैसे उनके और उनकी पार्टी के नेताओं के खिलाफ फर्जी मामले बनाए गए थे. लेकिन किसी ने भी पीएमएल-एन का झंडा नहीं छोड़ा. पूर्व पीएम ने पूछा- बताओ, वे कौन हैं जिन्होंने नवाज शरीफ को उसके देश से अलग कर दिया? हम वो लोग हैं जिन्होंने पाकिस्तान बनाया. हमने पाकिस्तान को परमाणु शक्ति वाला बनाया. 

पीएमएलएन की वरिष्ठ उपाध्यक्ष मरियम नवाज ने रैली को संबोधित किया और कहा, मैं भाषण नहीं दूंगी, नवाज शरीफ ही आज आपसे बात करेंगे. उन्होंने समर्थकों से नवाज का ऐतिहासिक स्वागत करने का आग्रह किया. मरियम ने कहा, मैंने सोचा था कि मीनार-ए-पाकिस्तान बहुत बड़ी जगह है, लेकिन मुझे नहीं पता था कि यह पीएमएल-एन समर्थकों के लिए छोटी जगह साबित होगी.

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SAMAA टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, शरीफ उसी हेलीकॉप्टर से लाहौर के मीनार-ए-पाकिस्तान में उतरे, जिसका इस्तेमाल जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने राजनीतिक अभियानों के लिए किया था. लाहौर पहुंचने के बाद नवाज शरीफ ने पार्टी के अन्य नेताओं के साथ शाही किला में नमाज अदा भी की.

जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, नवाज शरीफ को भ्रष्टाचार के दो मामलों में सुरक्षात्मक जमानत दी गई, जबकि एक अदालत ने तोशाखाना मामले में उनके गिरफ्तारी वारंट को निलंबित कर दिया है, जिससे देश में उनकी सहज वापसी में सभी कानूनी बाधाएं दूर हो गईं.

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