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'100% हनीमून प्लेस', मालदीव से तनाव के बीच लक्षद्वीप पहुंचे पर्यटकों का ऐसा रहा रिएक्शन

भारत और मालदीव के बीच जारी विवाद के बीच आजतक की टीम ने लक्षद्वीप के अगाती आइलैंड का दौरा किया और यहां आने वाले पर्यटकों से यहां की खूबसूरती के बारे में जानने की कोशिश की.

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लक्षद्वीप को लेकर भारत और मालदीव के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है. पीएम मोदी के लक्षद्वीप दौरे की तस्वीरें शेयर करने और लोगों से यहां आने की अपील करने के बाद मालदीव के तीन मंत्रियों ने भारत विरोधी टिप्पणी की थी. इन मंत्रियों को मालदीव ने सस्पेंड जरूर कर दिया है, लेकिन सोशल मीडिया पर बहस अब भी जारी है.

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सोशल मीडिया पर लक्षद्वीप ट्रेंड कर रहा है. भारतीय मालदीव का बायकॉट कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि अब तक मालदीव में हजारों बुकिंग्स कैंसिल हो चुकी हैं. 

भारत और मालदीव के बीच जारी विवाद के बीच आजतक की टीम ने लक्षद्वीप के अगाती आइलैंड का दौरा किया और यहां आने वाले पर्यटकों से यहां की खूबसूरती के बारे में जानने की कोशिश की.

अगाती आइलैंड में घूमने आए आंध्र प्रदेश के आठ दोस्तों के एक ग्रुप ने बताया कि यहां बहुत साफ-सफाई है. बहुत सफाई. पानी बहुत साफ है. बीच को स्थानीय लोगों ने गंदा नहीं किया है और हम आठ लोगों का एक ग्रुप है. 

यहां कैसे पहुंचे? इस बारे में उन्होंने बताया कि हम आंध्र प्रदेश से कार्डेलिया शिप क्रिस से बुधवार सुबह ही यहां पहुंचे हैं. उन्होंने बताया कि हम यहां की खूबसूरती देखना चाहते थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से पहले ही हमने इस टूर को प्लान कर लिया था. लेकिन पीएम मोदी के दौरे के बाद तो ये जगह अंतर्राष्ट्रीय खबरों में आ गई है. 

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उन्होंने बताया कि लोग अब हमें फोन कर रहे हैं और कह रहे हैं कि तुमने पीएम मोदी को फॉलो किया और इसलिए वहां जा रहे हो. 

ग्रुप के एक सदस्य ने कहा कि मुझे लगता है कि लोग अब छुट्टियां मनाने बार-बार यहां आएंगे और इससे टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा, जिससे स्थानीय लोगों को फायदा होगा. उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि हनीमून के लिए सबसे अच्छी जगह है. कम लोग हैं और मजा भरपूर है. ये 100% हनीमून प्लेस है.

लक्षद्वीप में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार कई सालों से काम कर रही है. यहां बुनियादी ढांचे को सुधारा जा रहा है. बिजली की जरूरतों को पूरा करने के लिए सोलर प्लांट लगाने की तैयारी चल रही है. पीने के पानी की व्यवस्था के लिए वॉटर हार्वेस्टिंग प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है. 

हालांकि, कनेक्टिविटी अब भी बड़ी समस्या है. लक्षद्वीप छोटे-छोटे 36 द्वीपों का समूह है. और एक द्वीप से दूसरे द्वीप तक जाने के लिए स्पीड बोट ही एकमात्र सहारा है. राजधानी कवरत्ती से अगत्ती तक जाने के लिए सिर्फ एक ही बोट है. लक्षद्वीप में अगत्ती में ही एकमात्र एयरपोर्ट है और यहीं से पर्यटकों को स्पीड बोट के जरिए एक द्वीप से दूसरे द्वीप घुमाया जाता है. 

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प्रशासन ने मेनलैंड और लक्षद्वीप के बीच कनेक्टिविटी को सुधारने के लिए अगत्ती एयरपोर्ट के विस्तार का प्रस्ताव रखा है. मौजूदा समय में छोटे विमान ही अगत्ती एयरपोर्ट पर उतर सकते हैं.

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