पाकिस्तान में मौजूद मंदर और गुरुद्वारे भू माफिया के निशाने पर हैं. देशभर में ऐसे सैंकड़ों पवित्र स्थलों को टारगेट कर तबाह किया जा रहा है.
अमृतसर के रहने वाले इतिहासकार सुरिंदर कोचर ने अंग्रेजी अखबार 'मेल टुडे' को बताया कि कसूर शहर के फूल नगर में मौजूद भाई पेरू गुरुद्वारे को गौशाला बना दिया गया है. उन्होंने बताया कि इसकी दीवारों पर गोबर सुखाए जा रहे हैं. इस वजह से सिख समुदाय के लोगों में नाराजगी है.
सुरिंदर कोचर ने यह भी बताया कि लाहौर के मशहूर 'छज्जू का चौबारा' को भी बर्बाद कर दिया गया और उसकी जमीन पर एक अस्पताल ने कब्जा कर लिया. वहीं रावलपिंडी के राजा बजार इलाके में मौजूद गुरुद्वारा सिंह सभा की जमीन पर भी भू माफिया ने कब्जा कर लिया.
बाबरी विध्वंस के बाद तोड़ दिए गए कई मंदिर
अयोध्या के बाबरी विध्वंस के विरोध में रावलपिंडी के दर्जनभर मंदिरों को तबाह कर दिया गया. अब यहां केवल कृष्णा और वाल्मिकी मंदिर बचे हैं.
कभी भी तोड़े जा सकते हैं ये मंदिर-
रावलपिंडी के लंडा बाजार में मौजूद मोहन मंदिर, कसाई बाजार के जैन मंदिर, बोहर बाजार के आर्यसमाज मंदिर और बाग सरदारान इलाके में मौजूद तीन मंदिरों की हालत खस्ता है. इन सभी
मंदिरों को कभी भी तोड़ा जा सकता है.