पाकिस्तान की एक अदालत ने प्रतिबंधित लश्कर-ए-झंगवी के सरगना मलिक इसहाक को शिया समुदाय के खिलाफ नफरत भड़काने के मामले में आज 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. इसहाक को सउदी अरब से वापस आने के बाद वीरवार को ही गिरफ्तार किया गया था.
लाहौर के मॉडल टाउन इलाके में न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत से हिरासत मिलने के बाद इसहाक को उच्च सुरक्षा वाली कोट लखपत जेल के विशेष सेल में भेज दिया गया.
इसहाक को कड़ी सुरक्षा के बीच अदालत में पेश किया गया. अपनी जमानत का उल्लंघन कर सउदी अरब में एक धार्मिक यात्रा में हिस्सा लेने के बाद पाकिस्तान लौटे इसहाक को सुरक्षा एजेंसियों ने वीरवार को गिरफ्तार कर लिया.
हालांकि इसहाक ने सउदी अरब की यात्रा कर जमानत का उल्लंघन किया था, उसे लाहौर हवाई अड्डे पर कल एक भाषण देने के लिए गिरफ्तार किया गया. उसने यह भाषण इसी माह दिया था जिसमें उसने शिया समुदाय के खिलाफ नफरत भड़काई थी.
अपना नाम सार्वजनिक नहीं किए जाने की शर्त पर एक जेल अधिकारी ने बताया कि लश्कर-ए-झंगवी सरगना को उच्च सुरक्षा वाली कोट लखपत जेल के एक विशेष सेल में रखा गया है क्योंकि अधिकारियों ने उसे ‘हाई प्रोफाइल’ कैदी करार दिया था. इससे पहले, सुबह में मॉडल टाउन की एक अदालत की न्यायिक मजिस्ट्रेट बुशरा फरीद ने इसहाक को दो हफ्तों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया क्योंक पुलिस ने उसके लिए अपनी हिरासत की मांग नहीं की थी.
इसहाक को कड़ी सुरक्षा में अदालत में पेश किया गया. एलिट फोर्स के कमांडो उसे एक बख्तरबंद वाहन में अदालत परिसर में ले कर आए. अदालत कक्ष और बाहर दर्जनों पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था.
खबर के मुताबिक इसहाक को सउदी अरब में हिरासत में लिया गया और उसे पाकिस्तान वापस लाया गया. बहरहाल, इस संबंध में आधिकारिक तौर पर कुछ भी नहीं किया गया है.
गिरफ्तारी के बाद इसहाक से एक अज्ञात जगह पर पूछताछ हुयी. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि शिया के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के मामले में उसके खिलाफ अगस्त में लाहौर में एक पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया गया था.