पाकिस्तान के लाहौर में हुए बम ब्लास्ट में अहम खुलासा हुआ है. इस ब्लास्ट के जरिए लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख हाफिज मुहम्मद सईद के बेटे तलहा सईद को निशाना बनाने की कोशिश की गई थी, लेकिन ब्लास्ट से ऐन वक्त पहले तलहा निकल गया. इस वजह से वह बाल-बाल बच गया. टाउनशिप मार्केट में हुए इस ब्लास्ट में एक लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 6 घायल हो गए थे.
लाहौर में एक धार्मिक बैठक को निशाना बनाने की इस घटना को पहले पाकिस्तानी मीडिया ने गैस सिलेंडर विस्फोट की घटना बताई थी. पुलिस ने जांच में पाया गया है कि जहां धमाका हुआ था, वहां के एयर-कंडिशनर रिपेयर स्टोर के स्टील का शटर में काफी मात्रा में छर्रे लगे थे, ऐसा तब होता है, जब बम में बॉल बेयरिंग का इस्तेमाल किया गया हो.
तलहा सईद हाफिज सईद का बड़ा बेटा है. हाफिज सईद के बाद वही लश्कर-ए-तैयबा को कमांड करता है. बताया जाता है कि भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों की साजिश तलहा सईद ही करता है.
यह पहला मामला नहीं जब लाहौर में कोई विस्फोट हुआ हो. इस साल 18 मई को लाहौर में दाता दरबार के बाहर हुए एक विस्फोट में दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी. मायो हॉस्पिटल ने मीडिया के समक्ष दो लोगों की मौत की पुष्टि की थी. इस घटना में 15 लोग घायल हो गए थे जिनमें चार से पांच लोगों की हालत गंभीर बताई गई थी.