बांग्लादेश में अंतरिम सरकार बनने जाने के बाद भी लोग सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं. एक तरफ अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हमलों के मामले लगातार सामने आ रहे हैं तो वहीं, दूसरी तरफ शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग के नेता अपनी जान बचाते फिर रहे हैं. अवामी लीग के कई नेता इस समय अंडरग्राउंड हैं. अपनी जान बचाने के लिए उन्हें घर से दूर सुनसान इलाकों में रहना पड़ रहा है.
जान बचाने के लिए अंडरग्राउंड चल रहे अवामी लीग के ऐसे ही एक नेता का आज तक ने एक्सक्लूसिव इंटरव्यू लिया. बातचीत के दौरान उस नेता ने बताया कि बांग्लादेश में कुछ भी ठीक नहीं हुआ है. अब भी उनकी जान का खतरा बना हुआ है. इसलिए वह सबकुछ छोड़कर यहां रहने के लिए मजबूर हैं.
चुन-चुनकर बनाया जा रहा है निशाना
अवामी लीग के नेता का यह इंटरव्यू ढाका के ही एक इलाके में लिया गया है. इंटरव्यू के दौरान जब उनसे पूछा गया कि इस समय बांग्लादेश में जो स्थिति है उसमें सुधार आने की संभावना कब तक है. इस पर अवामी लीग के नेता ने कहा कि हालात बिल्कुल भी ठीक होते नहीं दिख रहे हैं. दंगाई अवामी लीग के नेताओं को चुन-चुनकर निशाना बना रहे हैं. उन्हें छुपकर रहना पड़ रहा है.
पत्रकारों को भी मिल रही धमकियां
अवामी लीग के नेता से अगला सवाल यह पूछा गया कि क्या उन्हें लगता है कि अब अवामी लीग कभी वापसी नहीं कर पाएगी. इस बात पर उन्होंने कहा कि अवामी लीग एक दिन फिर वापसी करेगी और शेख हसीना बांग्लादेश में जरूर लौटेंगी. बांग्लादेश के स्थानीय पत्रकार ने आज तक को बताया कि वहां के कई स्थानीय पत्रकार जो अवामी लीग को कवर करते हैं, उन्हें भी धमकियां मिल रही हैं. हालात बिल्कुल भी सामान्य नहीं हैं.
इस्कॉन मंदिर में भीड़ ने की थी तोड़फोड़
बता दें कि बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद से ही लगातार हिंसा देखने को मिल रही है. हाल ही में भारत-बांग्लादेश के बॉर्डर पर स्थित इलाके और जमात-ए-इस्लामी के गढ़ मेहरपुर में इस्कॉन मंदिर पर हमला किया गया था. वहां भगवत गीता को जला दिया गया था. इसके साथ ही वहां मंदिर में रखा हारमोनियम भी तोड़ दिया गया था. भीड़ ने मंदिर के गर्भ गृह में लूटपाट और आगजनी भी की थी.