ब्रिटेन में पिछले कई दिनों से जारी सियासी उथल-पुथल के बीच आखिरकार आज लिज ट्रस को प्रधानमंत्री की कुर्सी छोड़नी ही पड़ी. इसके कयास लगने काफी पहले ही शुरू हो गए थे. दरअसल, दिन ब दिन खस्ताहाल होती ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था के बीच लिज ट्रस के कई फैसले उनके राजनीतिक भविष्य पर भारी पड़ गए.
बोरिस जॉनसन के प्रधानमंत्री का पद छोड़ने के बाद लिज ट्रस ने यह कुर्सी संभाली थी. तब भारतीय मूल के ब्रिटिश राजनेता ऋषि सुनक ने चेतावनी दी थी कि लिज ट्रस की आर्थिक नीतियां ब्रिटेन को नुकसान पहुंचाएंगी. लेकिन पीएम बनने के बाद भी ट्रस ने सुनक की चेतावनी पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया.
लिज ट्रस की सरकार ने संसद में कुछ समय पहले ही मिनी-बजट पेश किया था. इस बजट में उन्होंने टैक्स बढ़ोतरी और महंगाई पर रोक लगाने वाले कदम उठाए थे. लेकिन जल्द ही इन फैसलों को सरकार ने वापस ले लिया.
लिज ट्रस ने जब प्रधानमंत्री का पद संभाला था, तब कमरतोड़ महंगाई का सामना कर रही ब्रिटेन की जनता को उनसे बहुत उम्मीदें थीं. इसकी एक प्रमुख वजह यह भी थी कि ट्रस ने अपने चुनावी अभियान में जनता से लोक-लुभावन वादे किए थे. उन्हें सत्ता की कुर्सी तक पहुंचाने वाला एक प्रमुख चुनावी वादा टैक्स में कटौती करना था.
लिज ट्रस ने सत्ता में आने के बाद टैक्स में कटौती की, लेकिन वह दो अक्टूबर को अपने चुनावी वादे से मुकर गईं. उन्होंने कॉरपोरेट टैक्स में कटौती के फैसले को फैसला वापस ले लिया. उनके इस फैसले से पार्टी के अंदर ही बगावत के सुर उठने लगे.
पीएम की पोस्ट से लिज ट्रस का इस्तीफा देना ऋषि सुनक के लिए 'गोल्डन चांस' हो सकता है. ट्रस के इस्तीफे के बाद अब ऋषि सुनक की दावेदारी मजबूत हो गई है. गुरुवार को लिज ट्रस ने डाउनिंग स्ट्रीट में एक बैठक की. मीटिंग के दौरान 13 टोरी सांसदों ने खुले तौर पर ट्रस से इस्तीफा देने के लिए कह दिया.
21 हजार वोटों से जीता था चुनाव
बोरिस जॉनसन के पीएम पद से हटने के बाद हुए चुनाव में लिज ट्रस को टोरी लीडरशिप के चुनाव में कुल 81,326 वोट मिले थे. वहीं, ऋषि सुनक को 60,399 वोट मिले थे. सुनक इस चुनाव को 20,927 वोटों से हार गए थे. इसके बाद लिज ट्रस ब्रिटेन की तीसरी महिला प्रधानमंत्री बन गईं थीं. इससे पहले मार्गरेट थैचर (Margaret Thatcher) और थेरेसा मे (Theresa May) इस पद पर रह चुकी हैं.
बोरिस ने क्यों दिया था इस्तीफा?
विवादों के बाद 7 जुलाई को बोरिस जॉनसन ने ब्रिटेन के पीएम पद से इस्तीफा दे दिया था. दरअसल, जॉनसन का नाम कई विवादों से जुड़ गया था. इसके बाद जॉनसन के खिलाफ कैबिनेट मंत्रियों के इस्तीफों की छड़ी लग गई. फिर उन्हें भी इस्तीफा देना पड़ा था.