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भारतीय मूल के उद्योगपति ने नीलामी में जीती महाराजा रणजीत सिंह की तलवार

कनाडा के कैल्गरी शहर निवासी रीयल-एस्टेट डेवलपर बॉब ढिल्लन कनाडा के पहले सिख अरबपति माने जाते हैं. वह इन दिनों बहुत खुश हैं क्योंकि महाराजा रणजीत सिंह (1799-1849) की 33.5 इंच लंबी तलवार की नीलामी में वह इस ऐतिहासिक वस्तु को जीतने में कामयाब हुए हैं.

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कनाडा के कैल्गरी शहर निवासी रीयल-एस्टेट डेवलपर बॉब ढिल्लन कनाडा के पहले सिख अरबपति माने जाते हैं. वह इन दिनों बहुत खुश हैं क्योंकि महाराजा रणजीत सिंह (1799-1849) की 33.5 इंच लंबी तलवार की नीलामी में वह इस ऐतिहासिक वस्तु को जीतने में कामयाब हुए हैं.

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यह तलवार लंदन के नीलामी गृह मुल्लॉक द्वारा तीन अप्रैल को बेची गई. नीलामीकर्ता ने इसकी पुष्टि की. हालांकि आधिकारिक रसीद पर तलवार की कीमत अंकित नहीं है.

ढिल्लन ने बताया, 'शुरुआत में नीलामी में दुनियाभर से 700 से अधिक लोगों ने बोली लगाई थी. दो अप्रैल को निजी नीलामी हुई. इसमें सीलबंद बोली की प्रकिया अपनाई गई, क्योंकि बहुत से बोली लगाने वाले गुमनाम रहना चाहते थे और अंतिम बोली की रकम भी निजी रखनी थी. करीब 175 बोलीदाता अंतर्राष्ट्रीय थे, जो पंजाब से लेकर न्यूयॉर्क और मंगोलिया से लेकर हांगकांग तक के थे.'

उन्होंने ने कहा, 'तीन अप्रैल को बताया गया कि मुझे इस ऐतिहासिक कलाकृति का सफल बोलीदाता माना गया.'

ढिल्लन ने कहा कि वह बेहद खुश हैं, क्योंकि महाराजा रणजीत सिंह पंजाब के बेहतरीन शासक थे और उनकी अमानत अब पंजाब के ही मूल निवासी के पास है.

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ढिल्लन ने कहा, 'महाराजा रणजीत सिंह सिख साम्राज्य (1799-1849) के संस्थापक थे. अंग्रेजों द्वारा पराजित किए जाने के बाद अधिकांश सिख कलाकृतियां ब्रिटेन में निजी संग्रहकर्ताओं या संग्रहालयों के हाथों में रहीं. मैं धन्य हूं कि 165 वर्षो के बाद मेरा परिवार दोबारा हमारे खुद के इतिहास का संरक्षक बनकर हमारे समुदाय की मदद कर सकता है.'

ढिल्लन इस तलवार के अलावा कई ऐतिहासिक पांडुलिपियों और लघुचित्रों के भी मालिक हैं.

 

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