'राष्ट्रपिता' महात्मा गांधी की ऐतिहासिक कांस्य प्रतिमा का लंदन के पार्लियामेंट स्क्वायर में अनावरण हो गया है. ब्रिटेन में गांधी जी की प्रतिमा को बड़े सम्मान की तरह देखा जा रहा है. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन और भारतीय वित्त मंत्री जेटली ने गांधी जी की प्रतिमा का अनावरण किया.
प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में महानायक अमिताभ बच्चन, कई राजनेता और गांधी के पोते गोपाल कृष्ण गांधी भी मौजूद थे. गांधी पहले भारतीय और कभी भी किसी पद पर न रहे पहले व्यक्ति हैं, जिनकी मूर्ति यहां लगाई गई है. इससे पहले किसी भारतीय या पद पर न रहने वाली हस्ती की प्रतिमा यहां नहीं लगाई गई है. कैमरन ने कहा कि गांधी की शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक हैं. वित्त मंत्री जेटली ने कहा कि यह प्रतिमा यह सुनिश्चित करने में मदद करेगी कि आने वाली पीढ़ियों के लिए गांधी की विरासत जिंदा रहे.
जेटली ने कहा कि यह दोनों देशों के मजबूत संबंधों के जश्न का एक महत्वपूर्ण, ऐतिहासिक क्षण है. भारत और ब्रिटेन एक जैसे मूल्य साझा करते हैं और हमारे बीच एक बराबरी की भागीदारी है. यह स्थायी दोस्ती गांधी द्वारा छोड़ी गई कई विरासतों में से एक है जिसे लेकर मैं उत्सुक हूं कि हम इसे मजबूत बनाने के लिए कड़ी मेहनत करें. कैमरन ने कहा कि यह प्रतिमा विश्व राजनीति की सबसे महान हस्तियों में से एक को दी जाने वाली भव्य श्रद्धांजलि है और इस प्रसिद्ध चौक पर महात्मा गांधी की प्रतिमा लगाकर हम उन्हें अपने देश में एक शाश्वत जगह दे रहे हैं.
मंडेला, चर्चिल के साथ गांधी
गांधी की नौ फुट की इस प्रतिमा के पास ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल की प्रतिमा
भी है और यह एक विडंबना है, क्योंकि चर्चिल ने कभी गांधी को अद्र्धनग्न फकीर कहकर उनके विचारों को खारिज कर दिया था. प्रतिमा में भारत के स्वतंत्रता संग्राम के नेता एक शॉल में लिपटे हैं जैसा उन्होंने 1931 में
लंदन के अपने आखिरी दौरे में यहां की ठंड से बचने के लिए ओढ़ा था.
इनपुट- भाषा