न्यूयॉर्क में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने G-4 की बैठक की मेजबानी की और सुरक्षा परिषद में सुधारों के एजेंडे पर चर्चा की. इस समूह में भारत, जर्मनी, जापान और ब्राजील शामिल हैं जो सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के दावेदार हैं और इस मकसद के लिए दबाव बनाने के लिए G-4 समूह का गठन किया गया है. इस बैठक में प्रधानमंत्री का मुख्य एजेंडा ये रहा:
1. सुरक्षा परिषद में सुधार दशकों से लंबित है और दुनिया में व्यवस्था कायम करने और संतुलन के साथ काम करने के लिए सुधार का वक्त अब आ गया है.
2. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार एक तय समयसीमा में होना चाहिए, यह अत्यावश्यक और महत्वपूर्ण कार्य है. हमें लक्ष्य करना चाहिए कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार उसके मौजूदा 70वें सत्र के दौरान हो.
3. सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता के लिए भारत के दावे की बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता मिलना हक है.
4. प्रधानमंत्री ने समूह के अन्य सदस्यों की भी बात की. उन्होंने कहा- 'संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देशों, वैश्विक अर्थव्यवस्था के प्रमुख इंजनों और सभी महादेशों की आवाजों को शामिल किया जाना चाहिए.'
5. पीएम मोदी ने कहा कि आज के दौर में दुनिया काफी बदल चुकी है. क्लामेट चेंज, आतंकवाद, गरीबी जैसी कई चुनौतियां दुनिया के सामने खड़ी हैं. शांति और सुरक्षा सबसे अहम मुद्दा है. मोदी ने कहा कि आज हर व्यक्ति का जीवन ग्लोबलाइजेशन से प्रभावित हो रहा है. हर किसी तक विकास का फायदा पहुंचना चाहिए.