तालिबान हमले में बाल-बाल बची पाकिस्तानी स्कूली छात्रा मलाला युसूफजई को लड़कियों के लिए शिक्षा के अधिकार की हिमायत करने को लेकर बुधवार को स्वीडन में वर्ल्ड चिल्ड्रेन प्राइज के लिए नामांकित किया गया.
इस अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार चयन मंडल के सदस्य लिव जेलबर्ग (15) ने कहा, ‘वह खुद ही बच्ची है और वह न केवल पाकिस्तान में बल्कि पूरी दुनिया में लड़कियों की शिक्षा के पक्ष में खड़ी रही.’ मलाला को पिछले साल नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया था और उसे यूरोपीय यूनियन का शैखरोव मानवाधिकार पुरस्कार मिला. सोलह वर्षीय मलाला अब ब्रिटेन में रहती है. पाकिस्तान में उसे 2012 में शिक्षा के पक्ष में उसके खुले विचार को लेकर तालिबान बंदूकधारी ने गोली मार दी थी.