रूस समर्थक विद्रोहियों ने आज कहा कि उन्होंने पूर्वी यूक्रेन में मिसाइल द्वारा मार गिराए गए मलेशियाई विमान के मलबे से ब्लैक बॉक्स बरामद किए हैं. गुरुवार को हुए इस हादसे में विमान में सवार सभी 298 लोग मारे गए मृतकों में दुनिया भर में मशहूर 100 एड्स शोधकर्ता और कार्यकर्ता शामिल हैं. रूसी समाचार एजेंसी इंटरफैक्स ने कहा कि रूस समर्थक विद्रोहियों ने मलेशिया एयरलाइंस की उड़ान एमएच 17 के मलबे से ब्लैक बॉक्स मिलने का दावा किया है और कहा है कि वह इन्हें जांच के लिए मॉस्को भेजने पर विचार कर रहे हैं.
यूक्रेनी सरकार और देश के पूर्वी हिस्से में सक्रिय रूस समर्थक विद्रोहियों ने विमान को कथित तौर पर मार गिराए जाने के लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराया है. रूस समर्थक बागी अंतरराष्ट्रीय जांचकर्ताओं को विमान के हादसे की जगह पर जाने देने पर सहमत हो गए हैं और उन्होंने खेतों के बड़े हिस्सों में बिखरे शवों को बरामद करने की मंजूरी दे दी है. समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती की खबर के अनुसार, 'पूर्वी यूक्रेन के विद्रोही मलेशियाई विमान के दुर्घटनास्थल को छोड़कर बाकी जगहों पर लड़ाई जारी रखेंगे.' बोइंग 777 विमान में 298 लोग सवार थे और यह एम्सटर्डम से मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर जा रहा था जब रूस की सीमा के पास पूर्वी यूक्रेन में गुरुवार को यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
यूक्रेनी राष्ट्रपति पेट्रो पोरोशेंको ने रूस समर्थक अलगाववादियों की तरफ इशारा करते हुए विमान को मार गिराए जाने के लिए 'आतंकवादियों' को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा, 'आतंकवादियों ने एक वार में करीब 300 लोगों की हत्या कर दी. मरने वालों में दुनिया के अलग अलग देशों के नागरिक शामिल हैं जिनमें महिलाएं और बच्चे भी हैं.' हालांकि रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसने विमान दुर्घटना वाले दिन यूक्रेनी नियंत्रण वाली ‘बक’ मिसाइल प्रणाली से रडार इकाई की गतिविधि का पता किया था.
मंत्रालय ने स्थानीय आपातकालीन कार्यकर्ताओं के हवाले से बरामद शवों की जानकारी दी. विमान के 15 सदस्यीय मलेशियाई चालक दल में भारतीय मूल के दो नागरिक संजीब सिंह संधु (41) और एंजेलीन प्रेमिला राजेंद्रन (30) शामिल थे. मंत्रालय ने कहा कि शवों को पहचान के लिए खारकीव ले जाया जाएगा. खारकीव दुर्घटनास्थल से उत्तर में 270 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यूक्रेन नियंत्रित एक शहर है.
इस बीच मलेशिया के प्रधानमंत्री नजीब रजक ने गुनहगारों को जल्द सजा दिलाने की मांग की है. नजीब ने कहा, 'यह मलेशिया के लिए पहले से ही एक दुखद साल रहा है और यह उसमें एक और दुखद दिन है. विमान यात्री कई देशों के रहने वाले थे और हम सब दुख की इस घड़ी में साथ हैं.' नजीब ने कहा, 'मलेशिया सरकार कीव के लिए एक विशेष विमान रवाना कर रही है जिसमें मलेशिया का एक विशेष आपदा सहायता एवं बचाव दल और एक चिकित्सा दल सवार होंगे.'
मलेशिया के पीएम ने कहा कि यूक्रेनी प्रशासन का मानना है कि रूस समर्थक विद्रोहियों ने विमान को मार गिराया लेकिन मलेशिया इस समय इसका सत्यापन नहीं कर सकता. मलेशियाई प्रधानमंत्री ने कहा, 'अगर ऐसा पता चलता है कि विमान को सच में मार गिराया गया तो हम इस बात पर जोर देंगे कि गुनहगारों को जल्द ही सजा दिलायी जाए.' नजीब ने कहा कि उन्होंने यूक्रेनी राष्ट्रपति पेट्रो पोरोशेंको से बात की है और उन्होंने उन्हें घटना की गहन जांच कराने का वादा किया है. विमान ने किसी तरह के संकट का संकेत नहीं दिया था.
उड़ान की सूची से पता चला है कि एमएच17 में नीदरलैंड के 173 नागरिक, मलेशिया के 44, ऑस्ट्रेलिया के 28, इंडोनेशिया के 12, ब्रिटेन के 9, जर्मनी के 4, बेल्जियम के 4, फिलीपीन के 3 और कनाडा, न्यूजीलैंड एवं हांगकांग के एक-एक नागरिक सवार थे. 18 दूसरे यात्रियों की नागरिकता का अभी भी सत्यापन नहीं हो पाया है.
खबरों के अनुसार मृतकों में करीब 100 विश्व प्रसिद्ध एड्स शोधकर्ता एवं कार्यकर्ता शामिल हैं जो एक वैश्विक एड्स सम्मेलन में शामिल होने के लिए ऑस्ट्रेलिया जा रहे थे. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि उसके प्रवक्ता ग्लेन थॉमस विमान में सवार थे और 20वें अंतरराष्ट्रीय एड्स सम्मेलन में शामिल होने के लिए ऑस्ट्रेलिया जा रहे थे. सम्मेलन रविवार से शुरू होना था. वर्ल्ड एड्स सोसाइटी के पूर्व अध्यक्ष और नीदरलैंड के प्रसिद्ध एचआईवी शोधकर्ता जोप लांज भी विमान के यात्रियों में सवार थे.