क्या मिसाइल हमले के शिकार मलेशियाई एयरलाइन्स के विमान ने अपना रूट बदला था. ये सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि जिस जगह इस विमान पर हमला हुआ था वो उस निर्धारित मार्ग से कई मील दूर था जिससे यह एम्स्टरडम के शिफोल एयरपोर्ट से कुआलालम्पुर जाता था.
एक अखबार द ऑब्जर्वर के मुताबिक MH 17 के पायलटों ने निश्चित तौर पर दक्षिण यूक्रेन में आए तूफान से बचने के लिए अपना मार्ग बदला होगा.
इस यात्रा पर इससे पहले गए एक पायलट जो यूरोपीयन कॉकपिट ऐसोसिएशन के अध्यक्ष हैं, के हवाले से अखबार में कहा गया कि खराब मौसम के कारण ही MH 17 जमीन से हवा में वार करने वाले मिसाइल लांचर का शिकार हुआ.
विद्रोहियों ने दी ओएससीई को जांच की स्वतंत्रता
हथियारबंद विद्रोहियों की सुरक्षा में ओएससीई के निगरानीकर्ताओं को आज दुर्घटनास्थल की जांच के लिए ज्यादा स्वतंत्रता दी गई. माना जा रहा है कि एमएच 17 को विद्रोहियों के नियंत्रण वाले क्षेत्र से मिसाइल से मार गिराया गया इसमें सवार सभी 298 यात्रियों की मौत हो गई थी.यूक्रेन सरकार और मास्को समर्थित विद्रोही इस हादसे के लिए एक दूसरे को दोषी ठहराया रहे हैं.
पश्चिम देशों ने दुर्घटनास्थल तक प्रतिबंधित पहुंच के लिए क्षेत्र में रूस समर्थित विद्रोहियों की आलोचना की. अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि हादसा स्थल से शवों और विमान के हिस्सों को हटाने और कई सबूतों को नष्ट करने की खबरें हैं.
इस बीच फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन के नेताओं के बीच बातचीत के बाद फ्रांस ने रूस को चेताया कि अगर मॉस्को तत्काल जरूरी उपाय नहीं करता है तो उसे यूरोपीय संघ में परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं. विश्वभर के नेताओं ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके पीडितों के शवों को सौंपने और दुर्घटनास्थल तक अंतरराष्ट्रीय जांचकर्ताओं को बिना रूकावट के जाने देने की अनुमति प्राप्त करने की मांग की.
इससे पहले यूक्रेन की आपातकालीन सेवा ने कहा कि पूर्वी यूक्रेन के 34 वर्ग किलोमीटर के दायरे में 380 कर्मचारी तलाशी अभियान में लगे हैं.
मलेशिया एयरलाइन की ओर से जारी ताजा आंकड़ों से पता चला है कि विमान में 192 डच नागरिक, 44 मलेशियाई (चालक दल के 15 लोगों सहित), 27 ऑस्ट्रेलियाई, इंडोनेशिया के 12, ब्रिटेन के 10, जर्मनी के चार, बेल्यियम के चार, फिलीपीन के तीन, तथा कनाडा और न्यूजीलैंड के एक एक व्यक्ति थे.
बरामद 198 लोगों के शव ट्रेन पर लादे गए
मलेशियाई विमान के मलबे से अब तक बरामद 198 शवों को आज एक रेफ्रीजरेटिड ट्रेन में लादा गया.
‘रिया नोवोस्ती’ समाचार एजेंसी ने खबर दी कि दुर्घटनास्थल से करीब 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित तोरेज कस्बे में एक स्टेशन पर शवों को ट्रेन के डिब्बों में लादा गया और ट्रेन विद्रोहियों के नियंत्रण वाले यूक्रेन के शहर दोनेस्क के लिए रवाना हुई.