अपने कार्यकाल में एक न्यायाधीश की गिरफ्तारी के मामले में एक अदालत द्वरा यहां जारी वारंट के बाद पुलिस ने मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद को गिरफ्तार कर लिया.
अदालत द्वारा इससे पहले जारी दो गिरफ्तारी वारंटों से बचने के लिए नशीद 11 दिन भारतीय उच्चायोग में रहे थे और उन्होंने 23 फरवरी को यह परिसर छोड़ा था. मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद वहीद के प्रेस सचिव मसूद इमाद ने कहा कि नशीद को गिरफ्तार किया गया है.
वह पुलिस हिरासत में रहेंगे और उन्हें बुधवार शाम चार बजे अदालत के सामने पेश होंगे. उन्होंने कहा कि मुख्य अपराध न्यायाधीश अब्दुल्ला मोहम्मद की गिरफ्तारी और फिर उन्हें हिरासत में लेने के मामले में हुलहुमाले मजिस्ट्रेट अदालत द्वारा पुलिस को सोमवार को सुनवाई के लिए उन्हें अदालत के सामने पेश करने का आदेश देने के बाद नशीद को हिरासत में लिया गया.
मीडिया में आई खबरों में यहां कहा गया कि पूर्व राष्ट्रपति को उनके घर से गिरफ्तार किया गया और उन्हें धूनीधू हिरासत केन्द्र ले जाया गया है. पूर्व राष्ट्रपति के आवास के पास तैनात पुलिस और विपक्षी दल के समर्थकों के बीच झड़पों की खबर है.
नशीद ने अदालती कार्यवाही में शामिल नहीं हो पाने के बाद गिरफ्तारी से बचने के लिए 11 दिन के लिए भारतीय उच्चायोग की शरण ली थी. नशीद का कहना है कि यह मामला राजनीति से प्रेरित है और इसके जरिये उन्हें सात सितंबर को प्रस्तावित राष्ट्रपति चुनाव लड़ने से उन्हें रोकने का प्रयास है. उन्होंने 23 फरवरी को उच्चायोग परिसर छोड़ा था.
मालदीव के अधिकारियों ने भारत को आश्वासन दिया था कि नशीद को राष्ट्रपति को चुनावों में प्रचार की आजादी दी जाएगी.