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बेटियों के लिए शख्स ने कराया 'सेक्स चेंज', पिता से बना 'मां', लेकिन...

शख्स ने रजिस्ट्री ऑफिस जाकर अपने परिचय पत्र पर अपना सेक्स, महिला के तौर पर दर्ज करवा लिया. उसका कहना है कि अब वो भी 'मां' हैं, इसलिए बेटियों की कस्टडी उसे मिलनी चाहिए. वो पत्नी से अलग रह रहा है. वहीं, इस मामले में ट्रांसजेंडर ग्रुप ने रिएक्ट किया है.

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शख्स ने दस्तावेजों में चेंज करवाया जेंडर (फोटो- ट्विटर)
शख्स ने दस्तावेजों में चेंज करवाया जेंडर (फोटो- ट्विटर)

बेटियों की कस्टडी पाने के लिए एक शख्स ने कानूनी तौर पर अपना जेंडर चेंज करवा लिया. पत्नी से अलग होने के बाद वो बेटियों को साथ रखना चाहता था. लेकिन उसे इसकी इजाजत नहीं मिल रही थी. इसलिए सरकारी दस्तावेजों में उसने अपना जेंडर पुरुष से महिला करवा लिया. यह मामला इक्वेडोर का है.  

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47 साल के रेने सेलिनास रामोस पत्नी से अलग हो चुके हैं. लेकिन वो अभी भी बेटियों की कस्टडी नहीं हासिल कर सके हैं. क्योंकि, इक्वेडोर के कानून के मुताबिक बच्चों की कस्टडी में मां को वरीयता दी जाती है. रामोस को लगा कि शायद पिता बनने से उन्हें कस्टडी नहीं मिलेगी. इसलिए वो अपनी बेटियों की कस्टडी के लिए कानूनन मां (महिला) बन गए. 

Vice News के मुताबिक, रामोस ने रजिस्ट्री ऑफिस जाकर अपने परिचय पत्र पर अपना सेक्स महिला के तौर पर दर्ज करवा लिया. उनका कहना है कि अब वो भी 'मां' हैं, इसलिए बेटियों की कस्टडी उन्हें मिलनी चाहिए. 

दस्तावेज में शख्स ने अपनी पहचान महिला के तौर पर करवाई

गौरतलब है कि रामोस ने शारीरिक रूप से जेंडर नहीं बदला है. वो सिर्फ दस्तावेजों में महिला हैं, असल में वो पुरुष ही हैं. इसकी वजह से वह LGBTQ कम्युनिटी से निशाने पर भी आ गए हैं.

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LGBTQ कम्युनिटी ने एक बयान में कहा है कि वो इस कदम से ट्रांसजेंडर अधिकारों को बढ़ावा देने के लिए बनाए गए कानून को लेकर चिंतित हैं. भविष्य में इसका गलत उपयोग किया जा सकता है.  

वहीं, एक स्थानीय न्यूज चैनल से बात करते हुए रामोस ने कहा कि वो भी मां की तरह केयर कर सकते हैं. ये गलत धारणा है कि पुरुष बच्चों की देखभाल, महिलाओं से कम कर पाते हैं. रामोस ने आरोप लगाया कि उनकी बेटियां अपनी मां के साथ खराब माहौल में रह रही हैं और उन्होंने बेटियों को पांच महीने से अधिक समय से नहीं देखा है. 

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