
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के मदयान से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां गुरुवार यानी 20 जून को उग्र भीड़ एक पुलिस स्टेशन में दाखिल हुई और वहां बंद एक व्यक्ति को जबरन बाहर निकाल लिया. इसके बाद गुस्साई भीड़ ने ईशनिंदा के आरोप में उसकी हत्या कर दी.
समाचार एजेंसी AP की रिपोर्ट के मुताबिक स्थानीय पुलिस अधिकारी रहीम उल्लाह के अनुसार हमलावरों ने खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के मदयान शहर में पुलिस स्टेशन में भी आग लगा दी और वहां खड़ी पुलिस की गाड़ियों को जला दिया.
पुलिस ने बताया कि भीड़ ने जिस व्यक्ति की हत्या की उसका नाम मोहम्मद इस्माइल था, वह एक टूरिस्ट था, जो शहर के एक होटल में ठहरा हुआ था. कुछ स्थानीय लोगों ने उस पर हमला किया और उस पर ईशनिंदा का आरोप लगाया था.
रहीम उल्लाह ने कहा कि पुलिस अधिकारी उस व्यक्ति को उसकी सुरक्षा के लिए पुलिस स्टेशन ले गए. लेकिन भीड़ बढ़ गई और उनका पीछा करने लगी. इसके बाद भीड़ ने स्टेशन पर हमला कर दिया. इतना ही नहीं भीड़ ने आरोपी इस्माइल को पुलिस के हवाले से छीन लिया, उसे पीट-पीटकर मार डाला और फिर उसके शव को जलाकर सड़क पर छोड़ दिया.
पुलिस अधिकारी रहीम उल्लाह ने कहा कि हालात को काबून में करने के लिए मदयान में अतिरिक्त पुलिस बल पहुंच गए हैं. उन्होंने कहा कि इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर कर दिया है. आसपास शांति कायम रहे इसे लेकर पुलिस की टीमें मार्च कर रही हैं.
हालांकि अभी यह पता नहीं चल पाया है कि हमलावरों में से किसी को गिरफ्तार किया गया है या नहीं. पिछले महीने पाकिस्तान के पूर्वी पंजाब प्रांत में भीड़ ने 72 वर्षीय एक क्रिश्चियन व्यक्ति नजीर मसीह पर ईशनिंदा के आरोप में हमला किया था. बाद में अस्पताल में उसकी मौत हो गई थी.