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पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को जान से मारने की कोशिश की गई है. इमरान पर उस समय कातिलाना हमला हुआ, जब वो पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के वजीराबाद में रैली कर रहे थे. हमलावर इमरान की जान लेने का इरादा बनाकर आया था, लेकिन रैली में मौजूद एक शख्स ने फरिश्ता बनकर इमरान खान की जान बचा ली.
दरअसल, जब हमलावर फायरिंग कर रहा था तो उसी शख्स ने पीछे से उसकी बंदूक को पकड़कर नीचे कर दिया, जिस वजह से उसका निशाना चूक गया और उसे तुरंत वहां से भागना पड़ा. उस शख्स ने इसके बाद भी हमलावर का पीछा नहीं छोड़ा और उसे पकड़ने के लिए दौड़ लगा दी.
अब इमरान को बचाने वाले शख्स का बयान भी सामने आ गया है. उसने पाकिस्तानी मीडिया से कहा, 'मैंने जब हमलावर को देखा तो वह फायरिंग करने की कोशिश कर रहा था. इससे पहले की वह हमला कर पाता, मैंने उसे जोर से हिट किया. उसने गन फेंकी और वहां से भागने लगा. मैं भी उसके पीछा भागा और उसे पकड़ लिया.' उसने आगे कहा कि जब तक हम जिंदा हैं खान साहब (इमरान खान) के ऊपर आंच भी नहीं आ सकती.
इमरान खान पर कब-कैसे हुआ हमला
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान गुरुवार को वजीराबाद में एक रैली को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन पर जानलेवा हमला हुआ. कार्यक्रम में एक आरोपी ने उन पर फायरिंग की, जिसमें इमरान खान घायल हो गए. उनके अलावा 9 और लोग जख्मी हुए हैं. फायरिंग में एक शख्स की मौत की बात भी सामने आ रही है. पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है, जिसने अपना गुनाह भी कबूल लिया है.
हमलावर ने पूछताछ में क्या कहा?
हमले को अंजाम देने वाले शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. अपने कबूलनामे में आरोपी ने इस बात को स्वीकार कर लिया है कि उसी ने इमरान खान पर गोली चलाई थी. उसका कहना है कि इमरान खान और उनकी पार्टी के द्वारा अजान के समय लाउड स्पीकर बजाया जा रहा था, उससे काफी शोर हो रहा था. उसके अलावा आरोपी शख्स को इस बात पर भी नाराजगी थी कि इमरान जनता को गुमराह करने का काम कर रहे हैं. बस इसी वजह से उस युवक ने एक ऑटोमैटिक राइफल से ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी जिसमें इमरान खान को तो पैर में गोली लगी, वहीं बाकी 9 लोग भी जख्मी हुए. एक शख्स की हमले में मौत भी हो गई.
PTI ने लगाया साजिश रचने का आरोप
इमरान खान की पार्टी ने पीएम शहबाज शरीफ, गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह और आईएसआई के मेजर जनरल फैसल को इस हमले के लिए जिम्मेदार बताया है. मियां असलम इकबाल और अन्य पार्टी नेताओं ने जोर देकर कहा है कि इमरान खान के खिलाफ ये जानलेवा साजिश इन लोगों ने की है. अभी के लिए पीएम शहबाज शरीफ या मेजर जनरल फैसल ने इन आरोपों पर कोई जवाब नहीं दिया है. स्थिति को समझते हुए अभी किसी भी तरह की बयानबाजी से बचा जा रहा है. पीएम शहबाज शरीफ ने इमरान खान पर हुए हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि मैं इमरान खान पर हुई फायरिंग की निंदा करता हूं. इस मामले में तुरंत रिपोर्ट मांगी गई है.
हमले की टाइमिंग पर उठ रहे सवाल
इमरान खान पर हुए जानलेवा हमले की टाइमिंग को लेकर पार्टी सवाल खड़ा कर रही है. असल में इस समय इमरान खान पूरे पाकिस्तान में आजादी मार्च निकाल रहे हैं. उन्होंने 28 अक्टूबर को आजादी मार्च शुरू किया था, जो अभी कई और दिनों तक चलने वाला है. लेकिन गुरुवार को हुए कार्यक्रम में इमरान खान पर जानलेवा हमला कर दिया गया. इस समय इमरान तोशखाना मामले में बुरी तरह फंसे हुए हैं. उन्हें दोषी भी मान लिया गया है और उनकी संसद की सदस्यता भी रद्द हो चुकी है. ऐसे में राजनीतिक के लिहाज से ये उनके लिए एक बड़ा सियासी झटका है. इसी वजह से इमरान खान ने सड़क पर उतरने का फैसला किया था और शहबाज शरीफ की सरकार को उखाड़ फेंकने की कसम खाई थी.