पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम शरीफ बुधवार को पनामागेट घोटाले मामले में जेआईटी के सामने पेश हुईं. ये जेआईटी पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट के द्वारा गठित की गई है. इससे पहले नवाज़ शरीफ खुद भी JIT के सामने पेश हो चुके हैं, नवाज 15 जून को पेश हुए थे. वह पाकिस्तान के पहले प्रधानमंत्री हैं जो पद पर रहते हुए, इस तरह के पैनल के सामने पेश हुए थे.
वहीं संयुक्त जांच दल के प्रमुख वाजिद जिया ने शरीफ को मामले से जुड़े सभी कागजात ले कर छह सदस्यीय दल के समक्ष तलब किया था. शरीफ ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से उन्हें इस्लामाबाद की न्यायिक अकादमी तक उनके साथ जाने अथवा वहां उनको लेने आने के लिए मना किया था. नवाज शरीफ के कजाख्स्तान से वापस लौटने के बाद उन्हें समन जारी किया गया था.
सुप्रीम कोर्ट ने पनामा पेपर मामले में 20 अप्रैल को जेआईटी का गठन किया था और उसे प्रधानमंत्री, उनके बेटे और मामले से जुड़े किसी भी अथवा व्यक्ति से पूछताछ करने का अधिकार दिया था. यह दल धन शोधन मामले की जांच कर रहा है जिसके जरिए लंदन के पॉश पार्क लेन क्षेत्र में चार अपार्टमेंट खरीदे गए थे, हालांकि शरीफ ने इन आरोपों से इनकार किया है। जेआईटी को 60 दिन में अपनी जांच पूरी करनी है.
बता दें कि पनामा पेपर्स मामले में पाकिस्तानी पीएम और उनके परिवार पर भ्रष्टाचार का आरोप है. सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की जांच की लिए संयुक्त जांच टीम का गठन किया है और नवाज शरीफ तथा उनके दोनों बेटों को इस टीम के सामने जांच के लिए हाजिर होने का निर्देश दिया है.