सीरियन आब्जर्वेटरी फार ह्यूमन राइट्स ने कहा कि सीरिया में हाल के ‘नरसंहार’ में 100 से ज्यादा नागरिक मारे गए हैं. इसी बीच अमेरिका द्वारा गत मंगलवार को अलेप्पो स्थित एक विश्वविद्यालय परिसर में जानलेवा धमाकों के लिए सीरियाई सरकार को जिम्मेदार ठहराए जाने पर रूस ने अमेरिका की आलोचना की है.
मानवाधिकार संस्था ने कहा कि होम्स के उत्तर में स्थित इलाके पर सेना ने हमला किया जहां लगभग 1,000 लोगों ने युद्ध से बचने के लिए शरण ली हुई थी.
ब्रिटेन स्थित मानवाधिकार संस्थान ने कहा, ‘सीरियाई सरकार ने मंगलवार को 106 लोगों की हत्या कर एक नए नरसंहार को अंजाम दिया. इनमें महिलाएं और बच्चे शामिल हैं.’
प्रत्यक्षदशियों ने कहा कि मारे गए लोगों में एक ही परिवारों के कई सदस्य शामिल हैं. कुछ लोग अपने घरों में लगी आग में जलकर मर गए तो कुछ को नृशंस तरीके से मारा गया. 32 लोगों की गोली मार हत्या कर दी गयी.
जहां यह हत्याएं हुईं उनके संदर्भ में सरकारी मुखपत्र अल वतन ने अपनी खबर में कहा कि सेना ने वहां ‘बंदूकधारियों’ के खिलाफ कार्रवाई की है. सीरियाई सरकार विद्रोहियों के लिए ‘बंदूकधारी’ नाम का इस्तेमाल करती है.
लेकिन विद्रोहियों ने इन इलाकों में अपने लोगों के मौजूद होने की बात से इनकार किया है. ऑब्जर्वेटरी ने संयुक्त राष्ट्र से घटना की जांच के लिए दल भेजने की मांग की है.
इससे पहले गत मंगलवार को अलेप्पो स्थित एक विश्वविद्यालय परिसर में हुए हमलों में 87 लोग मारे गए थे. यहां छात्र तब परीक्षा दे रह थे.
किसी ने भी इन हमलों की जिम्मदारी नही ली लेकिन अमेरिका ने यह कहते हुए हिंसा के लिए सीरियाई सैन्य बलों को जिम्मेदार ठहराया कि उन्होंने परिसर में हवाई हमले किए.