अमेरिका और अफगानिस्तान के आतंकी गुट तालिबान के बीच वर्षों की लंबी वार्ता के बाद हुए शांति समझौते का आतंकी मसूद अजहर ने स्वागत किया है. पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने बयान जारी इस समझौते की सराहना की है.
जैश ने इस डील को लेकर तालिबान के पूर्व और मौजूदा नेतृत्व को बधाई दी है. माना जा रहा है कि इस समझौते से अमेरिका और अफगान तालिबान ने 18 वर्षीय लंबे रक्तपात को समाप्त करने की पहल पर काम किया है.
बहरहाल, जैश ने जारी बयान में कहा कि शहीदों को बधाई, मुजाहिदीन और गाजियों को बधाई, हजरत शेख हक्कानी, हकीक़ी को बधाई. मसूद का यह बयान टेलीग्राम चैनल के जरिये जारी किया गया है. अमेरिका और अफगानिस्तान के आतंकी गुट तालिबान के बीच 29 फरवरी को कतर की राजधानी दोहा में शांति समझौते पर हस्ताक्षर हुए थे.
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मसूद अजहर ने कहा कि एक दिन था जब अमेरिका अफगानिस्तान में भटकते हुए एक भेड़िये की तरह चल रहा था, आज कतर, दोहा में वह दिन है जहां विश्वास ऊंचा है, जिहाद जिंदाबाद है, उम्मीद मुस्कुरा रही है, भेड़िये की पूंछ कटी हुई है और उसके दांत टूट रहे हैं. मसदू का यह बयान ऐसे समय सामने आया है जब इससे पहले, पाकिस्तान के आर्थिक मामलों के मंत्री हम्माद अजहर ने कहा था कि अजहर देश से लापता है.
फिलहाल, इन घटनाक्रमों की जानकारी रखने वाले खुफिया सूत्रों का मानना है कि तालिबान के साथ अजहर की निकटता का पाकिस्तान सरकार और सैन्य प्रतिष्ठान उसका लाभ उठा सकते हैं. उनका कहना है, "पाकिस्तान आज अफगानिस्तान में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाना चाहता है और तालिबान के साथ किसी भी तरह के लाभ उठाने वाले किसी भी व्यक्ति को एक संपत्ति माना जाएगा."
कौन है मसूद अजहर
बता दें कि भारत ने लश्कर-ए-तैयबा प्रमुख हाफिज सईद, जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर, कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा के सर्वोच्च कमांडर जकी-उर-रहमान लखवी और भगोड़े अंडरवल्र्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत आतंकवादी घोषित किया है. पिछले साल संसद द्वारा गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) कानून में संशोधन को मंजूरी दी गई थी. केंद्र सरकार का मानना है कि सईद, अजहर, लखवी और दाऊद आतंकवाद में शामिल हैं.
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बहरहाल, मौलाना मसूद अजहर उर्फ मौलाना मोहम्मद मसूद अजहर अल्वी उर्फ वली आदम इस्सा का जन्म 10 जुलाई, 1968 को हुआ था. वह अल्लाह बक्श साबिर की संतान है और आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का संस्थापक और प्रमुख नेता है.
अधिसूचना में कहा गया है, "अजहर को इस साल मई में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव-1267 के तहत एक वैश्विक आतंकवादी घोषित किया गया है. इसी के साथ आतंकवादी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (पोटा) के विशेष न्यायाधीश द्वारा भी उसे भगोड़ा अपराधी घोषित किया गया है." तालिबान के साथ मसूद अजहर की नजदीकी जगजाहिर है.