वरिष्ठ रिपब्लिकन सीनेटर जॉन मैक्केन भी सांसदों के उस समूह में शामिल हो गए हैं जिसने कांग्रेस नेतृत्व से अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित करने का आग्रह किया है. मैक्केन ने सीनेट में भारत पर एक बड़े संबोधन में कहा, ‘जब प्रधानमंत्री वाशिंगटन आएंगे, तो मैं कांग्रेस नेताओं से आग्रह करूंगा कि वे उन्हें कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करने के लिए आमंत्रित करें.’
एरिजोना के सीनेटर, मोदी और उनकी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम से मिलने अगले हफ्ते भारत का दौरा करेंगे. पिछले हफ्ते, दो शीर्ष अमेरिकी सांसदों ने अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के स्पीकर जॉन बोहनर से आग्रह किया था कि वह मोदी को कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करने के लिए आमंत्रित करें. कांग्रेस सदस्य एवं सदन की विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष ईड रॉयस तथा कांग्रेस सदस्य जॉर्ज होल्डिंग ने सदन के अध्यक्ष जॉन बोहनर को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि कांग्रेस के संयुक्त सत्र में मोदी का संबोधन कराया जाए.
मैक्केन ने कहा, ‘मैं इससे शानदार दृश्य की कल्पना नहीं कर सकता कि विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र का निर्वाचित नेता विश्व के सबसे पुराने लोकतंत्र के निर्वाचित प्रतिनिधियों को संबोधित करे.’ उन्होंने कहा, ‘जब हम अपनी रणनीतिक भागीदारी को भारत के साथ अगले स्तर पर ले जाना चाहते हैं तो अमेरिकी नेताओं के लिए यह महत्वपूर्ण हो जाता है कि वे व्यक्तिगत तौर पर प्रधानमंत्री मोदी तक पहुंच बनाएं, खासकर हालिया इतिहास के मद्देनजर. मैक्केन ने कहा कि इसीलिए मैं अगले हफ्ते भारत यात्रा पर जा रहा हूं और इसीलिए मैं प्रसन्न हूं कि राष्ट्रपति बराक ओबामा ने प्रधानमंत्री को वाशिंगटन आने का आमंत्रण दिया.
मेरी इच्छा थी कि वे इस आमंत्रण को और भी पहले दे देते, लेकिन फिर भी यह सकारात्मक है. मोदी के सितंबर में अमेरिका आने की उम्मीद है. मैक्केन ने अपने भाषण में कहा कि दक्षिण एशिया और इससे परे स्थिरता, स्वतंत्रता और समृद्धि को खतरा पैदा करने वाले चरमपंथ और आतंकवाद को खत्म करने के लिए मिलकर काम करने में भारत और अमेरिका के साझा हित हैं.
मोदी और उनके राष्ट्रीय सुरक्षा दल से मिलने के लिए अगले सप्ताह भारत दौरे को लेकर उत्साहित मैक्केन ने उम्मीद जताई कि मोदी के निर्वाचन का अर्थ भारतीय अर्थव्यवस्था के पुनरूद्धार, इसकी शक्ति में वृद्धि और अमेरिका एवं भारत की रणनीतिक साझेदारी के नवीनीकरण के रूप में सामने आ सकता है. उन्होंने कहा कि बीजेपी को स्पष्ट बहुमत प्रधानमंत्री को उस बदलाव के लिए दिया गया ऐतिहासिक जनादेश है, जिसके लिए भारतीय तरस रहे हैं. मैक्केन ने कहा, मैं चाहता हूं कि प्रधानमंत्री मोदी सफल हों क्योंकि मैं भारत को सफल होते देखना चाहता हूं. उन्होंने कहा, यह बात छिपी नहीं है कि राजनीतिक ग्रिडलॉक, फीकी पड़ती अर्थव्यवस्था, आर्थिक दिक्कतों आदि के चलते पिछले कुछ साल भारत के लिए चुनौतीपूर्ण रहे हैं. मुझे या किसी भी अन्य अमेरिकी को भारत को यह बताने का अधिकार नहीं है कि वह किस तरह अपनी पूरी क्षमता को साकार करे.
मैक्केन ने कहा, यह भारतीयों को तय करना है. हमारी चिंता सिर्फ इतनी है कि भारत अपनी संपूर्ण क्षमताओं को हकीकत में बदले क्योंकि भारत की सफलता से अमेरिका के भी हित जुड़े हैं. एक मजबूत, आश्वस्त और भविष्य के लिए समर्पित भारत जीवंत अमेरिकी-भारतीय रणनीतिक संबंधों के लिए बहुत जरूरी है.