महान चित्रकार मकबूल फिदा हुसैन की एक पेंटिंग 13.8 मिलियन यानी 1 अरब 18 करोड़ में बिकी है. 1950 के दशक की सबसे अहम और बड़ी पेंटिंग्स में से एक ग्राम यात्रा (Untitled) की नीलामी के साथ ही इसने आधुनिक भारतीय कला की सबसे महंगी पेंटिंग का नया रिकॉर्ड स्थापित कर लिया है.
यह नीलामी 19 मार्च को ब्रिटिश ऑक्शन कंपनी क्रिस्टी ने कराई. इससे पहले आधुनिक भारतीय कला की सबसे महंगी पेंटिंग अमृता शेरगिल की 1937 में बनी पेंटिंग "द स्टोरी टेलर" थी. एम एफ हुसैन की पेंटिंग शेरगिल की पेंटिंग से लगभग दोगुने दाम पर नीलाम हुई है. 2023 में मुंबई में एक नीलामी में द स्टोरी टेलर लगभग 7.4 मिलियन डॉलर (61.8 करोड़ रुपये) में बिकी थी.
एम एफ हुसैन की पेंटिंग में क्या है ऐसा खास
14 फीट कैनवास पर फैली एम एफ हुसैन की ग्राम यात्रा 13 शानदार पैनलों से बनाई गई है जिसमें स्वतंत्र भारत की विविधता और ग्राम्य जीवन के दर्शन होते हैं. इस पेंटिंग को हुसैन की पेंटिंग्स की आधारशिला माना जाता है.
हुसैन ने पेंटिंग को 1954 में बनाया था और उसी साल यह भारत से चली गई थी. यूक्रेन में जन्मे नॉर्वे स्थित डॉक्टर लियोन एलियास वोलोडार्स्की ने इसे खरीदा था और तब से काफी समय तक यह देखी नहीं गई थी.
वोलोडार्स्की ने 1964 में यह पेंटिंग ओस्लो यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल को दे दी थी. इसकी बिक्री से मिले पैसे को संस्थान में ट्रेनी डॉक्टरों की ट्रेनिंग पर खर्च किया गया. इससे पहले हुसैन की सबसे महंगी पेंटिंग,पुनर्जन्म पिछले साल लंदन में 3.1 मिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 25.7 करोड़ रुपये) में बिकी थी.
17 सितम्बर 1915 को महाराष्ट्र के पंढरपुर में जन्मे हुसैन भारत के सबसे महत्वपूर्ण और लोकप्रिय कलाकारों में से एक हैं, जिनकी पेंटिंग्स दुनिया भर में कला को बढ़ाती हैं. इतिहास, पौराणिक कथाओं और भारतीय संस्कृति के शौकीन हुसैन ने उस समय की राजनीति के संदर्भ में देवी-देवताओं के चित्र बनाए. इस वजह से वो कई बार विवादों में रहे.
उन पर कई एफआईआर हुए और उन्हें जान से मारने की धमकियां दी गईं. इससे परेशान हुसैन को देश छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा. वो दुबई चले गए और फिर न्यूयॉर्क, लंदन में भी रहे. 9 जून 2011 को 95 साल की आयु में उनका निधन हो गया.