इराक में सुन्नी आतंकियों ने दो सीमा क्रॉसिंग- एक जोर्डन की सीमा पर और दूसरा सीरिया की सीमा पर क्रॉसिंगों पर नियंत्रण स्थापित कर लिया है.
संकट में घिरे इराक के लिए यह एक और बड़ा झटका है. लड़ाई अब जार्डन के द्वार तक पहुंच गई है, जो अमेरिका का अहम सहयोगी है.
इराकी अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादियों ने सरकारी बलों के हटने के बाद जोर्डन से सटे तूरैबिल क्रॉसिंग और सीरिया से सटे अल वलीद क्रॉसिंग पर कब्जा जमा लिया.
‘इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड लेवांत’ (आईएसआईएल) के चरमपंथियों ने रवा और अना शहरों पर कब्जा कर लिया है. इराकी नागरिकों का कहना है कि चरमपंथियों ने बीते दिन अल कईम क्रासिंग पर भी नियंत्रण स्थापित कर लिया.
तिकरित के पूर्व में स्थित अल आलम इलाके में सरकार समर्थक लड़ाकों और सुरक्षा बलों तथा चरमपंथियों के बीच झड़प हुई है. चरमपंथियों ने प्रांतीय गवर्नर की महिला मामलों की सलाहकार की हत्या कर दी.
आईएसआईल का मकसद इराक और सीरिया को मिलाकर एक इस्लामिक देश की स्थापना करना है. सीरिया में यही संगठन राष्ट्रपति बशर अल असद के खिलाफ विद्रोह में प्रमुख ताकत है.
इराक के दो शहरों में 21 की हत्या
इराक के रवा और अना शहरों में पिछले दो दिनों की हिंसा के दौरान आतंकवादियों ने 21 नेताओं को मार डाला. अधिकारियों और डॉक्टरों ने बताया कि कुछ नेताओं की शनिवार को हत्या कर दी गई, जबकि कुछ की रविवार को. इन शहरों से सरकारी सुरक्षा बलों के पीछे हटने के बाद ये हत्याएं की गईं.
लेफ्टिनेंट जनरल कासिम अट्टा ने कहा, ‘(रवा और अना तथा अल कैम से) असैन्य इकाइयों की वापसी फिर से तैनाती के उद्देश्य से की गई.’ उन्होंने इसे रणनीतिक कदम बताया.