दक्षिण कोरिया और अमेरिका का बड़े पैमाने पर होने वाला वाषिर्क सैन्याभ्यास रविवार को संपन्न हुआ, लेकिन दोनों ने अलग से संयुक्त नौसेन्य अभ्यास जारी रखा, जिसकी वजह से परमाणु हथियार संपन्न उत्तर कोरिया ने गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी.
कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव आजकल अपने चरम पर है और ऐसे संकेत हैं कि उत्तर कोरिया लंबी दूरी की मिसाइल के प्रक्षेपण की तैयारी कर रहा है या फिर वह छठा परमाणु परीक्षण कर सकता है, जबकि अमेरिका ने भी सैन्य हमले की आशंका से इनकार नहीं किया है. सोल के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि व्यापक ‘फोल ईगल’ अभ्यास खत्म हो गया, जिसमें 20 हजार दक्षिण कोरियाई और 10 हजार अमेरिकी सैनिकों ने हिस्सा लिया. पिछले महीने भी एक अन्य वाषिर्क संयुक्त अभ्यास ‘की रिजॉल्व’ संपन्न हुआ था.
नॉर्थ कोरिया पर चीन के दबाव का असर नहीं: ट्रंप
वहीं ट्रंप ने कहा कि चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग उत्तर कोरिया पर दबाव डाल रहे हैं, लेकिन ऐसा लगता है कि कुछ भी असर नहीं हो रहा है।. ट्रंप ने ये बातें प्योंगयांग के एक और मिसाइल परीक्षण करने के कुछ दिन बाद कही. उत्तर कोरिया के मिसाइल के परीक्षण करने से कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव और बढ़ गया है.
ट्रंप ने सीबीएस न्यूज से कहा कि वह (शी) करने जा रहे हैं जो उन्हें करना है. लेकिन वह समझते हैं कि हम बहुत खुश नहीं होने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि और मैं आपसे कहूंगा कि शी एक ऐसे व्यक्ति हैं, जिसे मैं पसंद करता हूं और जिसका मैं सम्मान करता हूं. मेरा मानना है कि वह उन पर (उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन) भी दबाव डाल रहे हैं. लेकिन अब तक शायद कुछ भी नहीं हुआ है और शायद ऐसा हुआ है. यह एक छोटी सी मिसाइल थी. यह बड़ी मिसाइल नहीं थी. यह परमाणु परीक्षण नहीं था, जिसकी तीन दिन पहले उसके करने की अपेक्षा थी. हम देखेंगे कि क्या होता है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अगर उत्तर कोरिया परमाणु परीक्षण करता है तो वह खुश नहीं होंगे.