ब्यूटी कॉन्टेस्ट जीतकर नीना दावुलुरी मिस अमेरिका तो बन गईं, लेकिन अमेरिकियों को यह कतई रास नहीं आया. इसके चलते लोगों ने उन पर नस्लीय कमेंट किए और सोशल मीडिया पर ऐसे कमेंट्स की बाढ़-सी आ गई. नीना भारतीय मूल की पहली ऐसी लड़की हैं, जिसने मिस अमेरिका का खिताब जीता हो. 24 वर्षीय नीना दावुलुरी अमेरिका के ह्यूसटन में मिस अमेरिका स्पर्धा जीती.
अमेरिकी लोगों ने दो वजहों से नीना को टारगेट किया. एक तो यह कि कोई बाहरी मिस अमेरिका बन गई और दूसरी वजह अमेरिकियों की कम जियोग्राफिक (भूगोलीय) जानकारी थी. भूगोल की कम जानकारी के चलते अमेरिकियों ने नीना को एक 'अरब' के तौर पर पहचाना. इसलिए ट्वीट किए गए कि अरब देशों की एक लड़की मिस अमेरिका बन गई, इस पर यकीन नहीं हो पा रहा.
एक ट्वीट किया गया- आर यू सीरियस??!!! एक अरब जीत गई??!!! यह मिस अमेरिका है!!! नहीं मिस अरेबिया!!!
एक और ट्वीट था- क्या आप मुझसे मजाक कर रहे हैं... हमारा राष्ट्रपति एक अश्वेत (ब्लैक) है, अब मिस अमेरिका एक अरब है. लगता है कि दुनिया का अंत वाकई नजदीक आ रहा है.
एक अन्य ट्वीट में लिखा था- और एक अरब मिस अमेरिका टाइटल जीत गई. क्लासिक.
एक ट्वीट में था- मिस अमेरिका आपको पहले अमेरिकन होना चाहिए.
हालांकि कुछ लोगों ने इन कमेंट्स को जवाब देते हुए कहा कि वह भारतीय मूल की है, न कि अरब मूल की. एक लड़की ने लिखा कि मुझे नस्लीय टिप्पणियों से कोई ऐतराज नहीं है, क्योंकि यह तो स्वाभाविक था, लेकिन परेशान करने वाली बात यह है कि वे (अमेरिकी) अरब और भारतीयों को एक ही समझते हैं.
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एक लड़की ने लिखा- लोग पागल हो गए हैं, क्योंकि पहली बार किसी भारतीय लड़की ने मिस अमेरिका का खिताब जीता है. वे लोग उसे (नीना को) अरब और आतंकवादी और न जाने क्या-क्या कह रहे हैं. पहले जाओ और अपनी जियोग्राफी की जानकारी ठीक करो.
एक अन्य लड़की ने ट्वीट किया कि भारतीय और अरब एक नहीं हैं. अमेरिका आप पहले अपनी सूचनाएं सही करो.
लोग चाहे कुछ भी कह रहे हों, लेकिन नीना का कहना है कि वे खुद को सबसे पहले एक अमेरिकी समझती हैं. वे अमेरिका से प्यार करती हैं. अपने पहले इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि मैं इस खिताब को पाकर बहुत खुश हूं. नीना की दादी ने कहा कि वे बेहद खुश हैं. उनकी दादी दक्षिण भारत के विजयवाड़ा की हैं.