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लापता मलेशियाई विमान से भारत में हो सकता था 9/11 जैसा हमला: पूर्व अमेरिकी उप-विदेश मंत्री

क्या लापता मलेशियाई विमान को भारत पर हमला करने के लिए हाईजैक किया गया है? अमेरिका के पूर्व उप-विदेश मंत्री स्ट्रोब टाल्बोट की मानें तो मलेशियाई एयरलाइंस की फ्लाइट 370 को आतंकियों ने हाईजैक कर लिया है और इसके जरिये वह भारत के किसी शहर पर 9/11 जैसा हमला कर सकते हैं. टाल्बोट ने ट्विटर पर ऐसी आशंका जताकर भारत में सनसनी मचा दी है.

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अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुआ था बड़ा हमला
अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुआ था बड़ा हमला

क्या लापता मलेशियाई विमान को भारत पर हमला करने के लिए हाईजैक किया गया? अमेरिका के पूर्व उप-विदेश मंत्री स्ट्रोब टाल्बोट की मानें तो मलेशियाई एयरलाइंस की फ्लाइट 370 को आतंकियों ने इसलिए हाईजैक किया क्योंकि इसके जरिये वह भारत के किसी शहर पर 9/11 जैसा हमला करना चाहते थे. टाल्बोट ने ट्विटर पर ऐसी आशंका जताकर भारत में सनसनी मचा दी है.

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टाल्बोट बिल क्लिंटन सरकार में उप-विदेश मंत्री थे. अभी वह एक रिसर्च संस्थान ब्रुकिंग्स इंस्टिट्यूशन के प्रमुख हैं. लिहाजा भारत सरकार उनकी बात को गंभीरता से न लेने की गलती नहीं करेगी. वाशिंगटन में उन्हें एक प्रभावशाली और सूचना के स्तर पर तेज-तर्रार लोगों में शुमार किया जाता है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'मलेशियाई विमान रहस्य:विमान की दिशा, ईंधन की मात्रा और रेंज से ऐसा लगता है कि हाईजैक करने वालों ने किसी भारतीय शहर पर 9/11 जैसे हमले की योजना बनाई थी.'

सितंबर 2001 में अलकायदा के आतंकियों ने अमेरिकी एयरलाइंस के विमान को हाईजैक करके अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर की इमारत से टकरा दिया था. हमले में करीब 3,000 लोगों की मौत हो गई थी. गौरतलब है कि मलेशिया एयरलाइंस का विमान बीते 8 दिनों से लापता है. 8 मार्च को तड़के कुआलालंपुर से उड़ान भरने के करीब एक घंटे के बाद वह रहस्यमयी तरीके से लापता हो गया था. इसमें चालक दल के 12 सदस्यों के अलावा 227 यात्री सवार थे, जिनमें 5 भारतीय, 154 चीनी और 38 मलेशियाई नागरिक हैं.

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मलेशिया के प्रधानमंत्री नजीब रजाक ने भी शनिवार को दावा किया था कि लापता विमान एमएच 370 का अपहरण किया गया है. उन्‍होंने बताया कि लापता विमान एमएच 370 की गतिविधि विमान में सवार किसी व्यक्ति द्वारा जानबूझकर की जाने वाली कार्रवाई जैसी थी. विमान जब मलेशिया और वियतनाम के बीच था तो उसकी संचार प्रणाली निष्क्रिय कर दी गई, ट्रांसपॉन्डर बंद कर दिया गया.

प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में नजीब रजाक ने कहा था कि जांचकर्ताओं को संदेह है कि विमान को कजाखस्तान-तुर्कमेनिस्तान कॉरिडोर या इंडोनेशिया-दक्षिण हिंद महासागर कॉरिडोर ले जाया गया. रजाक ने कहा कि हालांकि मीडिया में खबरें हैं कि विमान का अपहरण किया गया, लेकिन हम अब भी सभी कोणों से जांच कर रहे हैं, चालक दल और यात्रियों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.

इससे पहले जांच में जुटे जांचकर्ताओं ने भी यह कहा था कि मलेशिया एयरलाइंस की विमान संख्या एमएच-370 का अपहरण कर लिया गया है. समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक एक अधिकारी ने शनिवार को कहा कि अपहर्ताओं को उड़ान का अच्छा अनुभव था. उन्होंने जानबूझकर विमान से संपर्क करने के उपकरण बंद कर दिए और बोइंग 777 विमान को उड़ा कर ले गए. हालांकि, अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है.

शुरुआत में इसके दक्षिणी चीन सागर में वियतनाम के तट पर दुर्घटनाग्रस्त होने की आशंका जताई जा रही थी. वियतनाम के हो ची मिन्ह शहर से गुजरते वक्त विमान का संपर्क हवाई नियंत्रण कक्ष से टूट गया था. कई देशों की ओर से संयुक्त रूप से चलाए जा रहे तलाशी अभियान के बावजूद अब तक विमान का पता नहीं लग पाया है.

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मलेशिया ने शुक्रवार को कहा था कि विमान को हिंद महासागर में भी तलाश किया गया, लेकिन इसने अमेरिका की उस रिपोर्ट पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी कि विमान ने लापता होने के चार घंटे बाद भी उपग्रह को संकेत भेजे थे. विमान की तलाश युद्ध-स्तर पर जारी है.

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