पेरिस में जलवायु परिवर्तन सम्मेलन COP21 में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात और बातचीत को लेकर पाकिस्तानी पीएम ने अलग ही कहानी बयां की है. पहले बातचीत को लेकर किसी तरह का बयान देने से बच रहे नवाज शरीफ से सुर लंदन पहुंचते ही बदल गए.
लंदन पहुंचे पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि वह मोदी से मिलने नहीं गए. मोदी खुद चलकर उनके पास आए और बातचीत शुरू की.
आपसी संबंध सुधारने पर जोर
पाकिस्तान के साथ बिना शर्त बातचीत का मुद्दा फेल होने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में नवाज शरीफ ने कहा, 'बातचीत की पेशकश भारत की ओर से हुई है. मोदी खुद आए और कहा कि उनको बातचीत के जरिए मुद्दों को सुलझाना चाहिए. उन्होंने दोनों देशों के आपसी संबंध सुधारने पर भी जोर दिया.'
आंतरिक मुद्दों पर भी किए सवाल
नवाज शरीफ ने कहा कि भारतीय प्रधानमंत्री ने दोनों देशों के बीच आए गतिरोध से रिश्ते बिगड़ने की बात कही और कहा कि इससे दोनों देशों का नुकसान है, इसलिए बातचीत से इसे सुलझाया जाए. उन्होंने कहा, इसके अलावा कुछ सवाल पाकिस्तान के आंतरिक मुद्दों और पेरिस दौरे से जुड़े थे.
'आतंकवाद के खिलाफ लड़ रहा है PAK'
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा कि PAK पूरी शिद्दत से आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है और इस मुद्दे पर हर देश का सहयोग करने को भी तैयार है. उन्होंने बताया कि पाकिस्तान आतंकवाद को खत्म करने के लिए काफी पैसा भी खर्च कर रहा है और इस समस्या से जल्द निपट लेगा.
बता दें कि इसके पहले विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने दोनों नेताओं की हाथ मिलाने वाली एक तस्वीर के साथ ट्वीट किया और लिखा 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पेरिस में सीओपी 21 में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मिले.' यह जुलाई की मुलाकात के बाद दोनों नेताओं के बीच पहली भेंट है. जुलाई में रूस के उफा में दोनों नेताओं में भेंटवार्ता हुई थी और उनके बीच इस बात पर सहमति बनी थी कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार आपस में भेंटवार्ता करेंगे. लेकिन दोनों देशों के बीच आरोप-प्रत्यारोप के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक नहीं हो पाई.