चिली के जंगलों में भीषण आग लगने का मामला सामने आया था. इस आग के बाद चिली की सरकार ने शनिवार (4 फरवरी) को विनाशकारी जंगल की आग से लड़ने के लिए अंतरराष्ट्रीय मदद मांगी है. इस आग में हजारों हेक्टेयर जमीन बर्बाद हो गई और एक दर्जन से अधिक लोग मारे गए.
चिली की गृह मंत्री आंतरिक मंत्री कैरोलिना टोहा ने कहा कि वे मध्य और दक्षिणी चिली में लगभग 40,000 हेक्टेयर (99,000 एकड़) को नष्ट करने वाली गंभीर जंगल की आग से 22 मौतों की रिपोर्ट करने के बाद ब्राजील, अर्जेंटीना और उरुग्वे से समर्थन मांग रहे हैं.
आग पर काबू पाना हो रहा मुश्किल
चिलचिलाती गर्मी के कारण आग पर काबू पाना थोड़ा मुश्किल हो रहा है. बता दें कि चिली के स्थानीय निवासी इन आग की लपटों की वजह से परेशानी का सामना कर रहे हैं. राष्ट्रीय वानिकी एजेंसी CONAF ने शनिवार को बताया कि कुल 231 जंगल की आग में से 80 पर सक्रिय रूप से काबू पाया जा रहा है, जबकि उनमें से 151 पर काबू पा लिया गया है. हालात को देखते हुए रेड अलर्ट स्तर पर लगभग एक दर्जन आग को हाईलाइट किया गया है.
आग की वजह से गईं कई जानें
चिली के कृषि मंत्रालय ने इस आग को लेकर कहा कि राहत एवं बचाव अभियान के लिए भेजा गया एक हेलीकॉप्टर ला अराउकैनिया में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें एक पायलट और मैकेनिक की मौत हो गई. इसके आसपास के वनक्षेत्रों बायोबियो और नुबल में हर जगह तबाही का मंजर है, जिसके देखते हुए अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती की गई है. देश की गृहमंत्री कैरोलिना टोहा का कहना है कि देशभर में आग लगने की इस घटना से हजारों घर नष्ट हो गए हैं.
20 लाख की आबादी वाले क्षेत्र में लगी आग
उन्होंने बताया कि आगामी दिनों में स्थितियां और भी जोखिमभरी हो सकती हैं. अन्य देशों की मदद से 63 विमानों का बेड़ा आग बुझाने की मशक्कत में लगा है. इस आपात स्थिति की वजह से राष्ट्रपति गैब्रिएल बोरिक ने शुक्रवार को अपनी छुट्टियों को बीच में रोककर नुबल और बायोबियो का दौरा भी किया था. इन दोनों क्षेत्रों की संयुक्त आबादी लगभग 20 लाख है.