ब्रिटेन में सोमवार को हुई चाकूबाजी के बाद मंगलवार को दंगे भड़क उठे, जिसमें बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी घायल हुए. धुर-दक्षिणपंथी प्रदर्शनकारियों ने साउथपोर्ट की एक मस्जिद पर हमला कर दिया और पुलिस से भिड़ गिए. इस घटना में 39 पुलिस अधिकारी घायल हो गए. इस चाकूबाजी में तीन बच्चियों की हत्या कर दी गई थी.
चाकूबाजी की घटना साउथपोर्ट के हर्ट स्ट्रीट पर स्थित हर्ट स्पेस स्टूडियो में हुई. इस घटना के विरोध में शहर के बीचोंबीच शांतिपूर्ण जुलूस निकाला गया था, जिसमें 1000 से अधिक लोग मृत बच्चियों को श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे थे.
इस बीच जुलूस में शामिल एक समूह शहर की मस्जिद के पास जमा हो गया और उस पर पत्थर, बोतलों, पटाखों से हमला कर दिया.
अफवाह से भड़क गए उपद्रवी
बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारी सोशल मीडिया पर फैलाई गई इस अफवाह से भड़के हुए थे कि सोमवार को चाकूबाजी की घटना में शामिल आरोपी इस्लाम से जुड़ा था. हालांकि, अधिकारियों ने बताया कि 17 साल का संदिग्ध चाकूबाज, जिसे हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, उसका इस्लाम से कोई संबंध नहीं है.
सोशल मीडिया की अफवाह से भड़के धुर-दक्षिणपंथी प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को मस्जिद पर हमला कर दिया. इस हमले में पुलिसवालों को भी निशाना बनाया गया और पुलिस की गाड़ी को आग के हवाले कर दिया गया.
इस हमले में 39 पुलिस अधिकारी जख्मी हुए, जिसमें से 27 को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. आठ पुलिसकर्मियों को गंभीर चोटें आई हैं और तीन पुलिस डॉग भी घायल हुए हैं.
क्या बोले ब्रिटेन के नेता?
ब्रिटेन की गृह मंत्री यवेटे कूपर ने दंगे को लेकर कहा है कि यह 'सड़कों के हिंसक लोगों की तरफ से किया गया हिंसक हमला' था.
वहीं, साउथपोर्ट के सांसद पैट्रिक हर्ले ने घटना की निंदा करते हुए कहा है कि यह हिंसा हिंसक लोगों के द्वारा अपने राजनीतिक मकसद के लिए बच्चियों की मौत का फायदा उठाने का मामला है.
ब्रिटेन के मुस्लिम काउंसिल ने मस्जिद पर हुए हमले को इस्लामोफोबिया से जोड़ते हुए घटना की निंदा की है. काउंसिल ने कहा, 'मस्जिद के बाहर धुर दक्षिणपंथी दंगाइयों के उत्पात मचाने के दृश्य चौंकाने वाले हैं.'
वहीं ब्रिटेन के प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर ने दंगाइयों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात करते हुए कहा है कि उन्होंने एक समुदाय का अपमान किया है.